दुमका: किसी भी शहर का टाऊन हॉल उस शहर के लोगों के लिए बहुउपयोगी होता है. लोगों की ओर से इसमें पारिवारिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं. वहीं, झारखंड की उपराजधानी दुमका का टाउन हॉल यहां के लोगों के लिए सालों से किसी काम का नहीं है. यहां के टाऊन हॉल को प्रशासन ने गोदाम बना रखा है.
दुमका का नगर भवन पिछले 7 सालों से स्थानीय लोगों के लिए किसी काम का नहीं है. शहर के बीचो-बीच बने नगर भवन को प्रशासन ने अपना गोदाम बना लिया है. इसमें पुराने ईवीएम रखे हुए हैं. इसके साथ ही रख रखाव के अभाव में यह जर्जर होता जा रहा है.
क्या कहते हैं लोग
टाउन हॉल को गोदाम बनाकर रखे जाने से दुमकावासी काफी नाराज हैं. लोगों का कहना है कि पहले हमें जरूरी कार्यक्रम में काफी कम कीमत पर भवन मिल जाया करता था, लेकिन सालों से ऐसा नहीं हो पा रहा है. वो इस दिशा में जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं. शहर के जनप्रतिनिधि भी प्रशासन के इस रवैये से नाराज नजर आ रहे हैं.
क्या कहना है नगर परिषद का
दरअसल, नगर भवन का स्वामित्व नगर परिषद के पास है. दुमका नगर परिषद उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल का कहना है कि सालों से इसे प्रशासन ने ईवीएम गोदाम बना रखा है. प्रशासन पर दस लाख से अधिक किराया हो चुका है. हमने किराए की मांग को लेकर कई बार शिकायत की, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ.