दुमका: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सभी पार्टी के लोग तैयारी में लगे हैं. वहीं दूसरी ओर नक्सली भी चुनाव के दौरान अशांति फैलाने की फिराक में हैं. इधर पुलिस भी लगातार इनके मंसूबे को नाकाम कर रही है, तो पुलिस बल की भी खास तैयारी है. पेश है एक स्पेशल रिपोर्ट.
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
संताल में लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी. इसकी वजह है नक्सली. जिस तरह दुमका के अलग-अलग नक्सली क्षेत्रों में भारी मात्रा में हथियार, गोला ,बारूद, गोलियां बरामद हो रही हैं, इससे लगता है नक्सलियों ने बड़ी तैयारी कर रखी है.
पुलिस लगातार कर रही कार्रवाई
पिछले एक महीने में चार अलग-अलग स्थानों पर भारी मात्रा में नक्सलियों द्वारा छिपा कर रखे गए विस्फोटक, गोलियां, ग्रेनेड, देसी बम नक्सली साहित्य मिले हैं. साथ ही हर बरामदगी के बाद एसपी ने भी यह बताया कि लोकसभा चुनाव में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की तैयारी है. उससे यह साबित होता है कि नक्सली लोकसभा चुनाव में हिंसक घटनाओं को अंजाम देकर उसे अशांत करना चाहते हैं.
चुनाव के दौरान खूनी खेल
इससे पहेल भी नक्सली चुनाव के दौरान खूनी खेल, खेल चुके हैं. 2013 में एसपी अमरजीत बलिहार की नक्सली घटना में शहादत और 2014 के लोकसभा चुनाव में मतदान के दिन वोटिंग कराकर लौट रहे मतदानकर्मियों पर गोलीबारी में आठ लोगों की जान गई थी.
सूचना तंत्र को मजबूत कर रही पुलिस
एक तरफ जहां नक्सली अपनी धमक दिखा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सुरक्षाबल भी पूरी तरह से तैयार हैं. नक्सली क्षेत्रों में लगातार सर्च ऑपरेशन किजा जा रहा है. वहीं पुलिस अपनी सूचना तंत्र को भी मजबूत कर रही है.
क्या कहते हैं संताल परगना के डीआईजी
इस संबंध में संताल परगना प्रक्षेत्र के सबसे वरीय पुलिस अधिकारी डीआईजी राजकुमार लकड़ा का कहना है कि नक्सल थ्रेट तो है. पर हमने भी काफी पुख्ता तैयारी कर रखी है. जिसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग हो रही है.
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क्या कहते हैं दुमका एसपी
इधर, इस लोकसभा चुनाव में नक्सली गतिविधियों के मामले में दुमका एसपी वाईएस रमेश से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि हमलोग पूरे नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं. हमारी सूचना तंत्र मजबूत है. किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए हम तैयार हैं.