दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका को अन्य जिलों से जोड़ने वाली लगभग सभी सड़कों की हालत बदहाल हो चुकी है. धनबाद, जामताड़ा, देवघर, भागलपुर, पाकुड़, साहिबगंज जिले से दुमका आने वाली सड़कें और पुल जर्जर हो चुके हैं. इससे दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है. जर्जर सड़कों से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लोग जिला प्रशासन से त्वरित कार्रवाई सड़क बनवाने की मांग कर रहे हैं.
सांसद सुनील सोरेन ने सरकार को बताया जिम्मेदार
जर्जर पुल और सड़क को लेकर दुमका सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि वाकई स्थिति काफी खराब है, झारखंड सरकार के उदासीन रवैये और लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है. सांसद ने बताया कि मैंने खुद मुख्यमंत्री से इन सड़कों के विषय में बात की, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की प्राथमिकता में जनता का हित नहीं है.
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क्या कहती हैं दुमका की उपायुक्त
इस संबंध में जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी से बात की तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से सड़कों का विकास काम प्रभावित हुआ है. इस संबंध में विभाग से बातचीत जारी है. उन्होंने आश्वासन दिया की जल्दी सब कुछ ठीक हो जाएगा.
क्या किसी बड़े हादसे के बाद जागेगी सरकार
दुमका में पुल-सड़कों की जो स्थिति है उससे किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है. कई लोगों के जान माल का नुकसान हो सकता है. सरकार को अविलंब इस दिशा में कार्रवाई करने की आवश्यकता है.