दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में सरकारी विद्यालय को आधुनिक बनाने की बात सोचना भी बेमानी लगता है, क्योंकि आज भी दुमका जिले के 280 सरकारी स्कूल में बिजली कनेक्शन तक नहीं है. दुमका जिले में लगभग दो हजार सरकारी स्कूल हैं, जिनमें लगभग 280 में आज तक विद्युतीकरण ही नहीं हुआ है. हाल के वर्षों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत जब सैकड़ों विद्यालय के नए भवन बने तो बिजली की वायरिंग कर दी गई. जिन 280 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं हैं उसमे भी लगभग 100 विद्यालय में वायरिंग की गई है. उसमें पंखे और बल्ब भी लगाए गए हैं, लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं हो पाता है.
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शहर के बीचों बीच स्थित स्कूल भी बिजली विहीन: ऐसा नहीं है कि जिन विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं है वैसे स्कूल सुदूरवर्ती इलाकों में ही हैं, बल्कि दुमका शहर के बीचो-बीच भी ऐसे स्कूल हैं. शहर के दुधानी इलाके में स्थित उर्दू प्राथमिक विद्यालय में 2016 में ही वायरिंग हुई लेकिन आज तक बिजली का कनेक्शन नहीं हो पाया है. यहां के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब भीषण गर्मी होती है तब तकलीफ काफी बढ़ जाती है. जब मौसम खराब होता है तो बल्ब नहीं रहने से क्लास में अंधेरा छा जाता है. क्लास में पंखा तो है पर बिजली का कनेक्शन नहीं होने की वजह से वह किसी काम का नहीं है.
क्या करते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी: दुमका के 280 स्कूलों में आज तक बिजली कनेक्शन नहीं लगने से संबंध में दुमका के प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार दास ने बताया कि यह विभाग के संज्ञान में है. उन्होंने सभी विद्यालयों की सूची तैयार कर ली गई है. इस सूची को विद्युत विभाग में भेजा जा रहा है और धीरे-धीरे सभी में बिजली कनेक्शन जोड़ दिया जाएगा.