धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण घोषित लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूरों को ही परेशानी उठानी पड़ी है. अभी भी जहां-तहां फंसे प्रवासी मजदूरों को स्पेशल ट्रेनों के जरिए लाने का सिलसिला जारी है.
बता दें कि कालका से प्रवासी श्रमिकों को लेकर शनिवार से स्पेशल ट्रेन धनबाद पहुंची. इस स्पेशल ट्रेन में धनबाद के 149 सहित झारखंड के विभिन्न जिलों के 513 श्रमिक कालका से स्पेशल ट्रेन 04512 से धनबाद पहुंची. धनबाद के 149, बोकारो के 20, चतरा के 7, देवघर के 6, दुमका के 45, गिरिडीह के 11, गढ़वा के 18, गोड्डा के 23, गुमला के 68, हजारीबाग के 4, खूंटी के 48, कोडरमा का 1, लातेहार के 9, लोहरदगा के 12, रांची के 8, साहिबगंज के 44, सिमडेगा के 8, पश्चिम सिंहभूम के 33 श्रमिक धनबाद पहुंचे है. श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 23 वाहनों का प्रबंध किया गया था. प्रवासी श्रमिकों के धनबाद पहुंचने के बाद सभी के चेहरे खिल उठे. उन्होंने इस कार्य के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और धनबाद जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है.
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अब तक इतनी स्पेशल ट्रेनें पहुंची धनबाद
बता दें झारखंड में हेमंत सरकार और केंद्र सरकार की मदद से लॉकडाउन में फंसे लाखों प्रवासी मजदूरों को स्पेशल ट्रेन और बसों के अलावा हवाई जहाजों से लाने का सिलसिला जारी है. प्रत्येक दिन स्पेशल ट्रेनों से झारखंड में हजारों मजदूर अपने घर पहुंच रहे है. ऐसे में अब तक की बात करें तो धनबाद में लगभग 36 स्पेशल ट्रेनों का आगमन हो चुका है. वहीं अगर राजधानी रांची की बात करें तो अब तक रांची रेल मंडल में 60 से अधिक ट्रेने पहुंच चुकी है.
स्टेशन पर क्या है व्यवस्था
वहीं, स्पेशल ट्रेनों से झारखंड पहुंचने वाले मजदूरों को उनके गृह जिला भेजने से लेकर उनके खाने-पीने तक की पूरी सुविधा दी जा रही है. आने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग टेस्टे कर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन रहने का निर्देश भी दिया गया है. वहीं किसी मजदूर में संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर जिला प्रशासन उन्हें कोरना जांच कर कोवि़ड-19 वार्ड में भेज दिया जाता है.