धनबाद/बाघमारा: बाघमारा के कतरास में एक 70 वर्षीय बूढ़ी मां को घर से निकालने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि बूढ़ी मां के 5 बेटे हैं, लेकिन कोई भी उन्हें साथ नहीं रखना चाहता. बूढ़ी महिला भीख मांगकर अपना पेट भर रही है.
कहते हैं कि इस धरती पर मां-बाप भगवान का स्वरूप हैं, लेकिन बाघमारा में एक 70 वर्षीय बूढ़ी मां दर-दर की ठोकरे खा रही है. ऐसा नहीं है कि उसका परिवार नहीं है. इस बूढ़ी मां के 5 बेटे हैं. बेटों ने मां के बुढ़ापे की लाठी बनने के बजाए उसे बेबसी, बेसहारा और तंगहाली की बैसाखी दे दी.
दरअसल, बाघमारा के कतरास छाताबाद 5 नंबर में रहने वाली वृद्ध महिला सावित्री देवी 5 बेटों के रहते हुए भीख मांगकर अपना पेट भर रही है. बूढ़ी मां स्टेशन, बाजार और घरों में भीख मांगकर अपना पेट भर रही है. अपनी बूढ़ी मां की इस हालत पर 5 बेटों में किसी बेटों को दया नहीं आई. हेल्पिंग ह्यूमन मानवाधिकार कतरास की टीम ने बूढ़ी मां को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है.
मां अपने बच्चों के सपनों को पूरा करने में सारा जीवन न्यौछावर कर देती है, लेकिन उन्ही बेटों को बुढ़ापे में मां बोझ लगने लगती है. अब देखना होगा कि इस बूढ़ी को न्याय कब मिलता है?