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धनबाद में गैर कानूनी रूप से रखे गए हैं करोड़ों के सांप, DFO को नहीं है जानकारी - एनओसी

धनबाद के पंचेत में चिड़ियाघर में सांपों को अवैध रूप से रखा गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत होने वाले दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं. सबसे बड़ी बात इसकी प्रशासन को जानकारी भी नहीं है.

पकड़े गए सांप
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Published : Jun 29, 2019, 1:32 PM IST

Updated : Jun 29, 2019, 11:25 PM IST

धनबाद: चिड़ियाघर के बारे में आपने जरूर सुना होगा, लेकिन इस चिड़ियाघर में जानवर और पक्षी कम, सांप ज्यादा रखे गए हैं. यह धनबाद के पंचेत इलाके में है. यहां पर एक दो प्रजाति के सांप नहीं, बल्कि कई प्रजाति के सांप रखे गए हैं. बकायदा टिकट लेकर इन सांपों की प्रदर्शनी की जाती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत होने वाले दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं. सबसे बड़ी बात की ये प्राइवेट है और इसका एनओसी भी नहीं है.

देखें वीडियो


टिकट लेकर सांपों को देखते हैं लोग
पंचेत में स्नेक रेस्क्यू टीम का काम करने वाले मोहम्मद मुबारक नाम के एक शख्स हैं, जो फोन आने पर लोगों के घरों से और ऑफिसों से सांप पकड़ने का काम करते हैं. उनका कहना है कि वह सांप को पकड़ कर कुछ दिनों तक अपने इस चिड़िया घर में रखते हैं और फिर बाद में जंगल में छोड़ देते हैं. इस चिड़ियाघर में सांप को रखने के बाद बच्चों और लोगों को इस बारे में विशेष जानकारी दी जाती है, लेकिन बिना एनओसी के सांपों को कैद कर रखना सही नहीं है.

कई प्रजाति के हैं सांप
सांपों के इस चिड़ियाघर में कई प्रजाति के सांप रखे गए हैं, जो शीशे में बंद कर रखे गए हैं. यहां पर जहरीले और बिना जहर वाले दोनों तरह के सांप हैं. धामिन, कोबरा, करेत, अजगर यहां तक कि दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं. जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए बताई जाती है.

ये भी पढ़ें- Facebook पर समुदाय विशेष की महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी, कार्रवाई की मांग

क्यों खास है सैंड बोआ
सैंड बोआ सांप की खासियत ये है कि इसकी पूंछ का आकार मुंह की तरह होता है इसलिए इसे दोमुंहा सांप कहा जाता है. शांत प्रवृति का ये सांप जहरीला नहीं होता. माना जाता है कि इस सांप का मांस खाने से पौरुष क्षमता बढ़ती है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल तंत्र-मंत्र में भी किया जाता है. यही कारण की दो मुंह वाले सांप की तस्करी की जाती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी बहुत डिमांड है और एक सांप एक करोड़ रुपए तक में बिक जाता है.

कार्रवाई की जाएगी
वहीं, इस संबंध में जब जिले के डीएफओ ने कहा कि किसी भी तरह के जानवर यह सांपों को बगैर लाइसेंस के इस तरह से नहीं रख सकते हैं. ईटीवी भारत से ही मुझे इसकी जानकारी मिल रही है, इसके बारे में उचित जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.

धनबाद: चिड़ियाघर के बारे में आपने जरूर सुना होगा, लेकिन इस चिड़ियाघर में जानवर और पक्षी कम, सांप ज्यादा रखे गए हैं. यह धनबाद के पंचेत इलाके में है. यहां पर एक दो प्रजाति के सांप नहीं, बल्कि कई प्रजाति के सांप रखे गए हैं. बकायदा टिकट लेकर इन सांपों की प्रदर्शनी की जाती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत होने वाले दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं. सबसे बड़ी बात की ये प्राइवेट है और इसका एनओसी भी नहीं है.

देखें वीडियो


टिकट लेकर सांपों को देखते हैं लोग
पंचेत में स्नेक रेस्क्यू टीम का काम करने वाले मोहम्मद मुबारक नाम के एक शख्स हैं, जो फोन आने पर लोगों के घरों से और ऑफिसों से सांप पकड़ने का काम करते हैं. उनका कहना है कि वह सांप को पकड़ कर कुछ दिनों तक अपने इस चिड़िया घर में रखते हैं और फिर बाद में जंगल में छोड़ देते हैं. इस चिड़ियाघर में सांप को रखने के बाद बच्चों और लोगों को इस बारे में विशेष जानकारी दी जाती है, लेकिन बिना एनओसी के सांपों को कैद कर रखना सही नहीं है.

कई प्रजाति के हैं सांप
सांपों के इस चिड़ियाघर में कई प्रजाति के सांप रखे गए हैं, जो शीशे में बंद कर रखे गए हैं. यहां पर जहरीले और बिना जहर वाले दोनों तरह के सांप हैं. धामिन, कोबरा, करेत, अजगर यहां तक कि दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं. जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए बताई जाती है.

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क्यों खास है सैंड बोआ
सैंड बोआ सांप की खासियत ये है कि इसकी पूंछ का आकार मुंह की तरह होता है इसलिए इसे दोमुंहा सांप कहा जाता है. शांत प्रवृति का ये सांप जहरीला नहीं होता. माना जाता है कि इस सांप का मांस खाने से पौरुष क्षमता बढ़ती है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल तंत्र-मंत्र में भी किया जाता है. यही कारण की दो मुंह वाले सांप की तस्करी की जाती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी बहुत डिमांड है और एक सांप एक करोड़ रुपए तक में बिक जाता है.

कार्रवाई की जाएगी
वहीं, इस संबंध में जब जिले के डीएफओ ने कहा कि किसी भी तरह के जानवर यह सांपों को बगैर लाइसेंस के इस तरह से नहीं रख सकते हैं. ईटीवी भारत से ही मुझे इसकी जानकारी मिल रही है, इसके बारे में उचित जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:धनबाद:चिड़ियाघर के बारे में आपने जरूर सुना होगा लेकिन हम जिस चिड़ियाघर की बात कर रहा है यह जानवरों का चिड़ियाघर बल्कि सांपों का चिड़ियाघर है.सांप का चिड़ियाघर धनबाद के पंचेत इलाके में यहां पर एक दो प्रजाति के सांप नहीं बल्कि अनगिनत प्रजाति के सांप रखे गए हैं. बकायदा टिकट लेकर इन सांपों की प्रदर्शनी की जाती है अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत होने वाले दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद है.


Body:टिकट लेकर सांपों को देखते हैं लोग

पंचेत में स्नेक रेस्क्यू टीम का काम करने वाले मोहम्मद मुबारक नाम के एक आदमी है जो फोन आने पर लोगों के घरों से ओर ऑफिसों से सांप पकड़ने का काम करते हैं.उनका कहना है कि वह सांप को पकड़ कर कुछ दिनों तक अपने इस चिड़िया घर में रखते हैं और फिर बाद में जंगल में छोड़ देते हैं.इस चिड़िया घर में सांप को रखने के बाद बच्चों और लोगों को इस बारे में विशेष जानकारी दी जाती है ताकि सांपो के बारे में लोग जान सकें. बकायदा यहां पर घूमने के लिए टिकट भी दिया जाता है स्कूली बच्चों के लिए टिकट की दरों में कुछ रियायत भी कर दी जाती है.

कई प्रजाति के है सांप

सांपों के इस चिड़ियाघर में कई प्रजाति के सांप रखे गए हैं जो शीशे में बंद कर रखे गए हैं यहां पर जहरीले और बिना जहर वाले दोनों तरह के सांप है.धामिन, कोबरा ,करेत, अजगर यहां तक कि दो मुंह वाले सांप भी यहां मौजूद हैं जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ो रुपए बताई जाती है.

मुबारक ने कहा लोगों को दी जाती है सांपो के बारे में जानकारी

चिड़िया घर को चलाने वाले मोहम्मद मुबारक ने बतलाया कि सांपों की कुल 270 प्रजातियां हैं और इनमें से मात्र 6 प्रजाति ही जहरीले हैं, बाकी सभी जहरीले नहीं होते. लेकिन लोग जानकारी के अभाव में इन सांपों को मार देते हैं. इसी तरह की जानकारी यहां पर आने वाले स्कूली बच्चे और लोगों को दी जाती है. पर्यावरण की भी सुरक्षा लोगों को करनी चाहिए पेड़-पौधे कट जाने के कारण अब सांप घरों में घुसना प्रारंभ कर दिए हैं. अगर पेड़ पौधे लगाया जाए तो वातावरण और इन जीव- जंतुओं के लिए भी बढ़िया रहेगा.




Conclusion:वही संबंध में जब जिले के डीएफओ से इस दो मुंह वाले सांपों की कीमत के बारे में जानकारी लिया गया तो उन्होंने कहा कि सांपों की कीमत के बारे में मुझे पता नहीं है और लोग किसी भी तरह के जानवर यह सांपों को बगैर लाइसेंस के इस तरह से नहीं रख सकते हैं. ईटीवी भारत से ही मुझे इसकी जानकारी मिल रही है इसके बारे में उचित जांच कराकर जो भी उचित कार्रवाई होगी की जाएगी.

बाइट मोहम्मद मुबारक- स्केचर
बाइक विमल लकड़ा- डीएफओ धनबाद
Last Updated : Jun 29, 2019, 11:25 PM IST
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