रांची: सिंदरी विधानसभा सीट धनबाद जिले की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है. झारखंड गठन के पहले से ही सिंदरी में कई कल-कारखाने और मशहूर इंजीनियरिंग संस्थान बिरसा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मौजूद है. देश के पीएम नरेंद्र मोदी भी इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं. कारखानों की वजह से यहां पड़ोसी राज्यों से आकर रहनेवाले लोगों की भी अच्छी-खासी संख्या है.
जनता ने दिए बीजेपी को ज्यादा मौके
यहां के लोग खेती-बाड़ी का भी काम करते हैं, अगर जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां लगभग हर समुदाय के लोग निवास करते हैं लेकिन कुर्मी जाति के वोटर इस सीट पर निर्णायक साबित होते हैं. राज्य बनने के बाद सिंदरी विधानसभा सीट पर 2000 से अब तक चार विधायक रहे जिसमें तीन बार बीजेपी ने जीत दर्ज की. वहीं एक बार 2009 में झारखंड विकास मोर्चा के उम्मीदवार ने जीत हासिल की. 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में फूलचंद मंडल बीजेपी उम्मीदवार के रूप में 42,604 वोट लाकर जीत दर्ज की. दूसरे स्थान पर मासस के आनंद महतो रहे जिन्हें 37,861 वोट मिले जबकि तीसरे स्थान पर जेवीएम उम्मीदवार हफीजुद्दीन अंसारी रहे जिन्हें 35,876 वोट मिले.
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आनंद महतो रहते हैं दूसरे नंबर
2005 के चुनाव में बीजेपी ने अपने उम्मीदवार को बदला और राजकिशोर महतो को टिकट दिया. राजकिशोर महतो को 41,361 वोट मिले और वह चुनाव जीते. दूसरे स्थान पर मासस के आनंद महतो रहे. उन्हें 34,358 वोट मिले. तीसरे स्थान पर सपा उम्मीदवार हफीजुद्दीन अंसारी रहे. उन्हें 30,937 वोट मिला. 2009 में फूलचंद मंडल जेवीएम के टिकट से चुनाव जीते. उन्हें 40,048 वोट मिले. जबकि दूसरे स्थान पर आनंद महतो रहे. उन्हें 36,228 वोट मिले. तीसरे स्थान पर बीजेपी के उम्मीदवार राजकिशोर महतो रहे. उन्हें मात्र 18,793 वोट मिला. 2014 के विधानसभा चुनाव में फूलचंद मंडल बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते. उन्हें 58,623 वोट मिले. जबकि दूसरे स्थान पर आनंद महतो रहे. आनंद महतो को 52,075 वोट मिले. यानि आनंद महतो को 6,548 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए. तीसरे स्थान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार मन्नू आलम रहे उन्हें 44,045 वोट मिले.
सिंदरी में थे 21 उम्मीदवार
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में सिंदरी के चुनावी मैदान में कुल 21 उम्मीदवार थे. जिसमें से दो महिला उम्मीदवार भी सिंदरी के रण में कदमताल कर रही थीं. इनमें से 18 उम्मीदवारों की तो जमानत जब्त हो गई थी. इस सीट पर भी तमाम बड़े पार्टियों ने अपने प्रत्याशी दिए थे. वहीं मौजूदा विधायक फूलचंद मंडल की बात करें तो उनकी उम्र 75 साल से ज्यादा हो चुकी है तो वहीं आनंद महतो अपने जीवनकाल में 70 से ज्यादा बसंत देख चुके हैं.