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कृषि बाजार समिति में दुकान आवंटन में गड़बड़झाला, फिर से दूसरे को किराए पर दे दी गई दुकानें - धनबाद कृषि बाजार समिति की खबरें

दुकान को आवंटित करा कर फिर से दूसरों को किराए पर दे चुके हैं. बता दें कि कृषि बाजार समिति प्रांगण बरवाअड्डा में कुल 429 दुकान हैं. 29 दुकान ऐसी हैं जिसे जिले से बाहर के व्यापारियों ने आवंटित करा रखा है.

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कृषि बाजार समिति धनबाद
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Published : Aug 8, 2020, 7:25 PM IST

धनबाद: कोयलांचल के बरवाअड्डा स्थित कृषि बाजार समिति में दुकान आवंटन के बावजूद व्यापारी अपना दुकान नहीं खोल रहे हैं. अपने नाम पर दुकान को आवंटित करा कर फिर से दूसरों को किराए पर दे चुके हैं. साथ ही कई दुकानें बंद भी रह रही हैं. जिससे स्थानीय दुकानदारों को परेशानी हो रही है. शिकायत के बावजूद भी इस पर अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है.

देखें पूरी खबर
कृषि बाजार समिति प्रांगण बरवाअड्डा में कुल 429 दुकानबता दें कि कृषि बाजार समिति प्रांगण बरवाअड्डा में कुल 429 दुकान हैं. 29 दुकान ऐसी हैं जिसे जिले से बाहर के व्यापारियों ने आवंटित करा रखा है. हालांकि, कहीं के भी व्यापारी दुकान को अपने नाम पर आवंटित करा सकते हैं, लेकिन दुकान आवंटित होने के बाद उन्हें खुद से दुकान में बिजनेस करना पड़ेगा, ऐसी बाध्यता भी है. इसके बावजूद कोलकाता और गिरिडीह आदि अन्य जगह के व्यापारी अपने नाम पर दुकान को आवंटित करा कर दूसरे को फिर से किराए पर दे चुके हैं जो कानूनन गलत है.

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कोई कार्रवाई नहीं
बाजार समिति चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का कहना है कि विगत विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 21 दुकानों को प्रशासन ने चुनाव कार्य के लिए टेकओवर किया था. जिसके बाद व्यापारियों को हो रही परेशानी को देखते हुए बंद दुकानों में समान शिफ्टिंग को लेकर जांच पड़ताल की गई. तब दुकानों को व्यापारियों की ओर से किराए पर दिए जाने की बात सामने आई. उन्होंने कहा कि उसी समय इसकी शिकायत बाजार समिति के सचिव से की गई. लोगों को नोटिस भी दिया गया, लेकिन उसके बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.

बाजार समिति को पहल करनी चाहिए
बाजार समिति चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का कहना है कि यहां के स्थानीय दुकानदार जगह की कमी के कारण अपने व्यवसाय को बढ़ा नहीं पा रहे हैं. जगह की कमी हो रही है, लेकिन दूसरे बाहर के व्यापारी दुकान को लेकर उनका हक मार रहे हैं. स्थानीय दुकानदार काफी परेशान हैं, इस पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि इसका लाभ स्थानीय व्यापारियों को मिल सके. उन्होंने कहा कि या तो व्यापारी दुकानों को खोल कर अपना व्यवसाय चलाएं, या फिर दुकान स्थानीय दुकानदारों को दे दें. इस पर बाजार समिति को भी पहल करनी चाहिए.

नोटिस दिया गया
वहीं, इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए बाजार समिति के सचिव आनंद किशोर ने कहा कि सभी दुकानदारों को जो इस प्रकार अपने दुकान किराए पर दिए हुए हैं, या फिर बंद कर रखे हुए हैं, उन्हें नोटिस दिया गया है और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, विधानसभा चुनाव के लगभग 10 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है. आखिर कार्रवाई कब होगी यह सवाल है.

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कार्रवाई की जाएगी
इस संबंध में धनबाद अनुमंडल पदाधिकारी राज महेश्वरम जो बाजार समिति के विशेष पदाधिकारी भी हैं. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि जो भी इस तरह दुकान अपने नाम पर आवंटित कर किराए पर दे रखे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, उन्होंने इस मामले में पूरी जानकारी नहीं होने की बात कही.

धनबाद: कोयलांचल के बरवाअड्डा स्थित कृषि बाजार समिति में दुकान आवंटन के बावजूद व्यापारी अपना दुकान नहीं खोल रहे हैं. अपने नाम पर दुकान को आवंटित करा कर फिर से दूसरों को किराए पर दे चुके हैं. साथ ही कई दुकानें बंद भी रह रही हैं. जिससे स्थानीय दुकानदारों को परेशानी हो रही है. शिकायत के बावजूद भी इस पर अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है.

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कृषि बाजार समिति प्रांगण बरवाअड्डा में कुल 429 दुकानबता दें कि कृषि बाजार समिति प्रांगण बरवाअड्डा में कुल 429 दुकान हैं. 29 दुकान ऐसी हैं जिसे जिले से बाहर के व्यापारियों ने आवंटित करा रखा है. हालांकि, कहीं के भी व्यापारी दुकान को अपने नाम पर आवंटित करा सकते हैं, लेकिन दुकान आवंटित होने के बाद उन्हें खुद से दुकान में बिजनेस करना पड़ेगा, ऐसी बाध्यता भी है. इसके बावजूद कोलकाता और गिरिडीह आदि अन्य जगह के व्यापारी अपने नाम पर दुकान को आवंटित करा कर दूसरे को फिर से किराए पर दे चुके हैं जो कानूनन गलत है.

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कोई कार्रवाई नहीं
बाजार समिति चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का कहना है कि विगत विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 21 दुकानों को प्रशासन ने चुनाव कार्य के लिए टेकओवर किया था. जिसके बाद व्यापारियों को हो रही परेशानी को देखते हुए बंद दुकानों में समान शिफ्टिंग को लेकर जांच पड़ताल की गई. तब दुकानों को व्यापारियों की ओर से किराए पर दिए जाने की बात सामने आई. उन्होंने कहा कि उसी समय इसकी शिकायत बाजार समिति के सचिव से की गई. लोगों को नोटिस भी दिया गया, लेकिन उसके बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.

बाजार समिति को पहल करनी चाहिए
बाजार समिति चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का कहना है कि यहां के स्थानीय दुकानदार जगह की कमी के कारण अपने व्यवसाय को बढ़ा नहीं पा रहे हैं. जगह की कमी हो रही है, लेकिन दूसरे बाहर के व्यापारी दुकान को लेकर उनका हक मार रहे हैं. स्थानीय दुकानदार काफी परेशान हैं, इस पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि इसका लाभ स्थानीय व्यापारियों को मिल सके. उन्होंने कहा कि या तो व्यापारी दुकानों को खोल कर अपना व्यवसाय चलाएं, या फिर दुकान स्थानीय दुकानदारों को दे दें. इस पर बाजार समिति को भी पहल करनी चाहिए.

नोटिस दिया गया
वहीं, इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए बाजार समिति के सचिव आनंद किशोर ने कहा कि सभी दुकानदारों को जो इस प्रकार अपने दुकान किराए पर दिए हुए हैं, या फिर बंद कर रखे हुए हैं, उन्हें नोटिस दिया गया है और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, विधानसभा चुनाव के लगभग 10 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है. आखिर कार्रवाई कब होगी यह सवाल है.

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कार्रवाई की जाएगी
इस संबंध में धनबाद अनुमंडल पदाधिकारी राज महेश्वरम जो बाजार समिति के विशेष पदाधिकारी भी हैं. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि जो भी इस तरह दुकान अपने नाम पर आवंटित कर किराए पर दे रखे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, उन्होंने इस मामले में पूरी जानकारी नहीं होने की बात कही.

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