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न पावर कट की झंझट और न ही हजारों खर्च, इस 'फ्रिज' में फल और सब्जियां रहेंगी ताजी

प्रचंड गर्मी में लोग फलों और सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए अक्सर फ्रिज का इस्तेमाल करते हैं. घर मे अगर थोड़ी बहुत सब्जी और फल हो तो फ्रिज में आसानी से आ जाती है. लेकिन अगर फल और सब्जियों की बिक्री करने वाले इन घरेलू फ्रिजों का इस्तेमाल करना चाहे, तो ऐसा नहीं कर सकते. लोगों की सम्साओं को देखते हुए सिंफर के वैज्ञानिक ने देसी फ्रिज बना डाला.

देसी फ्रिज
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Published : Apr 18, 2019, 3:15 PM IST

धनबाद: भीषण गर्मी में खराब हो रही सब्जियों और फलों को बचाने के लिए सिंफर के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक ने नया तरीका ईजाद किया है. इसको देसी फ्रिज को कहीं भी बनाया जा सकता है. सब्जी विक्रेताओं के लिए ये देसी फ्रिज एक बेहतर विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है.

देखिए ये स्पेशल स्टोरी

प्रचंड गर्मी में लोग फलों और सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए अक्सर फ्रिज का इस्तेमाल करते हैं. घर मे अगर थोड़ी बहुत सब्जी और फल हो तो फ्रिज में आसानी से आ जाती है. लेकिन अगर फल और सब्जियों की बिक्री करने वाले इन घरेलू फ्रिजों का इस्तेमाल करना चाहे, तो ऐसा नहीं कर सकते. लोगों की सम्साओं को देखते हुए सिंफर के वैज्ञानिक ने देसी फ्रिज बना डाला.

रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ शर्मा ने बताया कि जिस तरह मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा रहता है. ठीक उसी वाष्पीकरण थ्योरी पर ये फ्रिज अपना काम करता है. थोड़ी सी ईंट, बालू और पानी से इसका निर्माण कहीं भी किया जा सकता है. ईंटों की परत तैयार कर उसके बीच बालू भरकर पानी से गीला करने के बाद उसमें फल और सब्जियां सुरक्षित रख सकते हैं. डॉ शर्मा ने कहा कि दुमका के कई इलाकों में लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.

धनबाद: भीषण गर्मी में खराब हो रही सब्जियों और फलों को बचाने के लिए सिंफर के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक ने नया तरीका ईजाद किया है. इसको देसी फ्रिज को कहीं भी बनाया जा सकता है. सब्जी विक्रेताओं के लिए ये देसी फ्रिज एक बेहतर विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है.

देखिए ये स्पेशल स्टोरी

प्रचंड गर्मी में लोग फलों और सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए अक्सर फ्रिज का इस्तेमाल करते हैं. घर मे अगर थोड़ी बहुत सब्जी और फल हो तो फ्रिज में आसानी से आ जाती है. लेकिन अगर फल और सब्जियों की बिक्री करने वाले इन घरेलू फ्रिजों का इस्तेमाल करना चाहे, तो ऐसा नहीं कर सकते. लोगों की सम्साओं को देखते हुए सिंफर के वैज्ञानिक ने देसी फ्रिज बना डाला.

रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ शर्मा ने बताया कि जिस तरह मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा रहता है. ठीक उसी वाष्पीकरण थ्योरी पर ये फ्रिज अपना काम करता है. थोड़ी सी ईंट, बालू और पानी से इसका निर्माण कहीं भी किया जा सकता है. ईंटों की परत तैयार कर उसके बीच बालू भरकर पानी से गीला करने के बाद उसमें फल और सब्जियां सुरक्षित रख सकते हैं. डॉ शर्मा ने कहा कि दुमका के कई इलाकों में लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.

Intro:ANCHOR:--न पावर कट की झंझट और न ही हजारों खर्च कर बाजार से फ्रिज ख़रीद कर लाने का झमेला।बस थोड़ी सी ईंट और थोड़ा सा बालू और फिर तैयार हो गया प्रचंड गर्मी में फलों और सब्जियों को कई दिनों तक सुरक्षित रखने का देशी फ्रिज का तरीका।इस तरीके को ईजाद किया है सिंफर के एक रिटायर्ड वैज्ञानिक ने।आइए जानते हैं कि आखिर यह तरीका क्या है और कैसे यह सब्जियों और फलों को इस प्रचंड गर्मी सुरक्षित रखने का काम करती है।





Body:VO 01:-लोग फलों और सब्जियों को प्रचंड गर्मी में खराब होने से बचाने के लिए अक्सर फ्रीज का इस्तेमाल करते हैं।घर मे यदि थोड़ी बहुत सब्जी और फल हो तो फ्रिज में आसानी से आ जाता है।लेकिन यदि फल एवं सब्जियों की बिक्री करने वाले इन घरेलू फ्रिजों का इस्तेमाल करना चाहे तो ऐसा नही कर सकते।क्योंकि इनकी बिक्री करने वाले दुकानदारों के पास काफी मात्रा में फल एवं सब्जियां पड़ी रहती है।बड़े फ्रीजर की कीमत ज्यादा होने के कारण खरीदने में कठिनाई भी होती है।एक दो दिनों बाद ही यह सब्जियां एवं फल गर्मी के कारण खराब होनी शुरू हो जाती हैं।नतीजा इस धंधे में दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ता है।

BYTE 01:-JUGESH SAW,DUKANDAR,(24 second)T-SHIRT PAHANE

VO 02:-लेकिन अब सब्जी एवं फल की बिक्री करने वाले छोटे दुकानदारों की चिंता करने की आवश्यकता नही है।ऐसे दुकानदारों को अपनी फलों एवं सब्जियों को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा राशि खर्च की आवश्यकता बिलकुल नही है।थोड़ी सी राशि खर्च कर दुकानदार अपने फलों और सब्जियों को पांच से छह दिनों तक सुरक्षित रख सकते हैं।इसके लिए महज़ कुछ ईंट और बालू की आवश्यकता होगी।फलों और सब्जियों की मात्रा के हिसाब दुकानदार इस देशी फ्रिज का निर्माण अपने स्थान पर कर सकते हैं।सिंफर के रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ कमल शर्मा ने इस तरीके को इजाद किया है।डॉ शर्मा ने बताया कि जिस प्रकार मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा रहता है, उसी वाष्पीकरण थ्योरी पर यह अपना कार्य करता है।थोड़ी सी ईंट बालू और पानी से इसका निर्माण हम कहीं भी कर सकते हैं।ईंटो की परत तैयार कर उसके बीच बालू भरकर पानी से गीले करने के बाद चतुर्भुज में फल एवं सब्जियां सुरक्षित रख सकते हैं।इसमें बिजली की भी बिलकुल जरूरत नही है।डॉ शर्मा ने कहा कि दुमका के कई इलाकों में लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।साथ ही फल एवं सब्जी के छोटे व्यवसायियों के लिए यह काफी मददगार साबित होगा।

BYTE 02:-DR KAMAL SHARMA, RITAIRD SCIENTIST,CIMFR, BLUE SHIRT PAHANE

VO 03:-वहीं छोटे व्यवसासियों भी मानते हैं कि इस तकनीक के प्रयोग से उन्हें काफी फायदा मिलेगा।

BYTE 03:-JUGESH, DUKANDAR,(7 second)


Conclusion:
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