ETV Bharat / city

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने की मांग, शिक्षकों की आर्थिक मदद के लिए करे पहल सरकार - Demand from government for financial help of teachers

प्राइवेट स्कूल के शिक्षक एवं कर्मचारियों के समक्ष लॉकडाउन में भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. ऐसे में धनबाद में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि टीचर्स की आर्थिक मदद के लिए पहल करें.

private school association demanded
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की मांग
author img

By

Published : May 5, 2020, 10:20 AM IST

Updated : May 5, 2020, 1:34 PM IST

धनबादः प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सक्षम लोगों को फी देने या फिर अभिभावकों को स्कूल में पढ़ाई शुल्क जमा कराने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक मदद करने की मांग की है. प्रेस कॉऩ्फ्रेंस के माध्यम से एसोसिएशन ने मीडिया को ये जानकारी दी.

एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अन्य प्राइवेट स्कूलों के प्राचार्य ने हीरापुर स्थित मिशन ऑफ नॉलेज स्कूल में एक पीसी का आयोजन किया. जिसमें एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण दुबे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्राइवेट स्कूल के शिक्षक एवं कर्मचारियों के समक्ष लॉकडाउन की अवधि में भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. शिक्षकों के द्वारा बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. कर्मचारी भी स्कूल में योगदान दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें- बंगलुरु से मजदूरों को लेकर हटिया पहुंची स्पेशल ट्रेन, रेलवे ने प्रति टिकट वसूले 900 रुपये

बच्चों द्वारा लिए जाने वाले शुल्क से ही इन्हें वेतन भुगतान किया जाता था, लेकिन सरकार के फरमान के बाद स्कूल प्रबंधन शिक्षक और कर्मचारियों को वेतन देने में असक्षम है. इस पूरे मामले पर एसोसिएशन ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है. उनकी मांग है कि टीचर्स की आर्थिक मदद के लिए सरकार पहल करे.

धनबादः प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सक्षम लोगों को फी देने या फिर अभिभावकों को स्कूल में पढ़ाई शुल्क जमा कराने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक मदद करने की मांग की है. प्रेस कॉऩ्फ्रेंस के माध्यम से एसोसिएशन ने मीडिया को ये जानकारी दी.

एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अन्य प्राइवेट स्कूलों के प्राचार्य ने हीरापुर स्थित मिशन ऑफ नॉलेज स्कूल में एक पीसी का आयोजन किया. जिसमें एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण दुबे ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्राइवेट स्कूल के शिक्षक एवं कर्मचारियों के समक्ष लॉकडाउन की अवधि में भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. शिक्षकों के द्वारा बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. कर्मचारी भी स्कूल में योगदान दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें- बंगलुरु से मजदूरों को लेकर हटिया पहुंची स्पेशल ट्रेन, रेलवे ने प्रति टिकट वसूले 900 रुपये

बच्चों द्वारा लिए जाने वाले शुल्क से ही इन्हें वेतन भुगतान किया जाता था, लेकिन सरकार के फरमान के बाद स्कूल प्रबंधन शिक्षक और कर्मचारियों को वेतन देने में असक्षम है. इस पूरे मामले पर एसोसिएशन ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है. उनकी मांग है कि टीचर्स की आर्थिक मदद के लिए सरकार पहल करे.

Last Updated : May 5, 2020, 1:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.