ETV Bharat / city

ईटीवी भारत से DTO ने की खास बातचीत, बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की तैयारी की दी जानकारी

धनबाद के मजदूरों और छात्रों को वापस लाने के लिए प्रशासन अपनी पूरी तैयारी में जुट गई है. इसके लिए बाहर फंसे लोगों की सूची तैयार कर लगी गई है. वहीं, एक व्हाट्सएप नंबर के साथ एक मेल भी जारी किया गया है जिससे लोगों को पास निर्गत कर दिया जाएगा.

author img

By

Published : May 2, 2020, 12:03 PM IST

Preparations to bring back stranded people in other states to dhanbad
डीटीओ ओमप्रकाश यादव

धनबाद: दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों और छात्रों को लाने की कवायद शुरू हो गई है. धनबाद में भी व्यापक तैयारी की गई है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में डीटीओ ओमप्रकाश यादव ने जिले में की गई तैयारियों के बारे में बताया. साथ ही अपने परिजनों को लेने के लिए स्टेशन नहीं आने की अपील लोगों से की है ताकि स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा ना हो. लोगों को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन के कंधों पर है.

देखें पूरी खबर

डीटीओ ने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार झारखंड के बॉर्डर से सटे राज्य, वेस्ट बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार इन क्षेत्रों में फंसे मजदूरों को सबसे पहले लाया जाएगा. उन राज्यों के जिलों में फंसे मजदूरों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. सभी राज्यों के जिले में बस भेजी जाएगी. बस में पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. वहीं, स्थानीय जिला प्रशासन से संपर्क कर उन मजदूरों को वहां से धनबाद लाया जाएगा. छह राज्यों में अबतक कुल 23 सौ फंसे मजदूरों की सूची तैयार की जा चुकी है. सूची में मजदूरों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है. अन्य मजदूरों की सूची तैयार की जा रही है. कोटा से रांची पहुंचने वालें के लिए भी व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ें-EXCLUSIVE: दूसरे राज्यों में फंसे सभी मजदूरों को लाया जाएगा झारखंड, सभी को मिलेगा रोजगार: श्रम मंत्री

उन्होंने कहा कि तीन तारीख को एक स्पेशल ट्रेन धनबाद पहुंचेगी. संथाल परगना और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सभी छात्रों को ट्रेन से लाया जा रहा है. करीब 14 सौ छात्रों की सूची तैयार की गई है. सभी धनबाद स्टेशन पर उतरेंगे. सभी का टेस्ट किया जाएगा. इसके बाद बस के माध्यम से उन्हें घर तक छोड़ा जाएगा. डीटीओ ने कहा कि किसी भी अभिभावक को स्टेशन आने की सख्त मनाही है.

शादी और परिवार से मिलने गए लोग अगर लॉकडाउन में फंस गए हैं, उनके आने के लिए एक गाड़ी में एक व्यक्ति का परमिशन गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार दिया जा रहा है. मेडिकल इमरजेंसी और डेथ केस के लिए भी पास विभाग की ओर से जारी किए जा रहे हैं. एक व्हाट्सएप नंबर 9939344452 पूर्व में जारी किया गया था. इस नंबर पर पास के लिए लगातार आवेदन आ रहे थे. बड़ी संख्या में आवेदन आने के कारण एक मेल भी जारी किया गया है. (covid19passdhanbad@gmail.com) इस मेल पर भी लोग आवेदन कर सकते हैं. मेल के माध्यम से ही उन्हें पास निर्गत कर दिया जाएगा.

धनबाद: दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के मजदूरों और छात्रों को लाने की कवायद शुरू हो गई है. धनबाद में भी व्यापक तैयारी की गई है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में डीटीओ ओमप्रकाश यादव ने जिले में की गई तैयारियों के बारे में बताया. साथ ही अपने परिजनों को लेने के लिए स्टेशन नहीं आने की अपील लोगों से की है ताकि स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा ना हो. लोगों को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन के कंधों पर है.

देखें पूरी खबर

डीटीओ ने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार झारखंड के बॉर्डर से सटे राज्य, वेस्ट बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार इन क्षेत्रों में फंसे मजदूरों को सबसे पहले लाया जाएगा. उन राज्यों के जिलों में फंसे मजदूरों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. सभी राज्यों के जिले में बस भेजी जाएगी. बस में पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. वहीं, स्थानीय जिला प्रशासन से संपर्क कर उन मजदूरों को वहां से धनबाद लाया जाएगा. छह राज्यों में अबतक कुल 23 सौ फंसे मजदूरों की सूची तैयार की जा चुकी है. सूची में मजदूरों की संख्या में और भी इजाफा होने की उम्मीद है. अन्य मजदूरों की सूची तैयार की जा रही है. कोटा से रांची पहुंचने वालें के लिए भी व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ें-EXCLUSIVE: दूसरे राज्यों में फंसे सभी मजदूरों को लाया जाएगा झारखंड, सभी को मिलेगा रोजगार: श्रम मंत्री

उन्होंने कहा कि तीन तारीख को एक स्पेशल ट्रेन धनबाद पहुंचेगी. संथाल परगना और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के सभी छात्रों को ट्रेन से लाया जा रहा है. करीब 14 सौ छात्रों की सूची तैयार की गई है. सभी धनबाद स्टेशन पर उतरेंगे. सभी का टेस्ट किया जाएगा. इसके बाद बस के माध्यम से उन्हें घर तक छोड़ा जाएगा. डीटीओ ने कहा कि किसी भी अभिभावक को स्टेशन आने की सख्त मनाही है.

शादी और परिवार से मिलने गए लोग अगर लॉकडाउन में फंस गए हैं, उनके आने के लिए एक गाड़ी में एक व्यक्ति का परमिशन गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार दिया जा रहा है. मेडिकल इमरजेंसी और डेथ केस के लिए भी पास विभाग की ओर से जारी किए जा रहे हैं. एक व्हाट्सएप नंबर 9939344452 पूर्व में जारी किया गया था. इस नंबर पर पास के लिए लगातार आवेदन आ रहे थे. बड़ी संख्या में आवेदन आने के कारण एक मेल भी जारी किया गया है. (covid19passdhanbad@gmail.com) इस मेल पर भी लोग आवेदन कर सकते हैं. मेल के माध्यम से ही उन्हें पास निर्गत कर दिया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.