ETV Bharat / city

सरकारी दावों की खुली पोल, PMCH में मरीजों को नहीं मिल रहा पानी और खून - ईटीवी भारत

स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार चाहे कितने भी दावे कर ले लेकिन इसकी तस्वीर सुधरती नहीं दिख रही है. कुछ ऐसा ही हाल धनबाद के पीएमसीएच का है, जहां लोगों को इलाज से पहले कई बार सोचना पड़ रहा है.

देखें पूरी खबर
author img

By

Published : Mar 28, 2019, 5:35 PM IST

धनबाद: जिले का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच का हाल बेहाल है. यहां धनबाद के अलावा पड़ोसी जिलों से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन पीने के पानी और खून की काफी किल्लत हो गई है. जिससे यहां पर आने वाले मरीजों का हाल बेहाल हो गया है.

देखें पूरी खबर

पीएमसीएच जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. इलाज के लिए यहां धनबाद के अलावा गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, हजारीबाग, और संथाल के कई अन्य जिलों के भी मरीज पहुंचते हैं. लेकिन इन दिनों पीएमसीएच खुद ही बीमार है, यहां न तो पीने का पानी नसीब होता है और न ही समय पर लोगों को खून मिल पाता है. अगर किसी तरह पानी की समस्या से निजात मिल जाती है तो शौचालय जाने से पहले लोगों को सोचना पड़ता है.


हालांकि जैसे ही लोगों को इस बारे में सूचना मिली कुछ लोग स्वेच्छा से ब्लड डोनेट करने पीएमसीएच पहुंचे हे हैं. वहीं, पीएमसीएच प्रशासन जल्द इन समस्याओं को एक-दो दिनों के अंदर दूर करने की बात कर रहा है.पीएमसीएच की व्यवस्था देखकर सरकार का स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड का नारा बेमानी लगता है. ऐसे में न्यू झारखंड के निर्माण का सपना अधूरा दिखता है.

धनबाद: जिले का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच का हाल बेहाल है. यहां धनबाद के अलावा पड़ोसी जिलों से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन पीने के पानी और खून की काफी किल्लत हो गई है. जिससे यहां पर आने वाले मरीजों का हाल बेहाल हो गया है.

देखें पूरी खबर

पीएमसीएच जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. इलाज के लिए यहां धनबाद के अलावा गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, हजारीबाग, और संथाल के कई अन्य जिलों के भी मरीज पहुंचते हैं. लेकिन इन दिनों पीएमसीएच खुद ही बीमार है, यहां न तो पीने का पानी नसीब होता है और न ही समय पर लोगों को खून मिल पाता है. अगर किसी तरह पानी की समस्या से निजात मिल जाती है तो शौचालय जाने से पहले लोगों को सोचना पड़ता है.


हालांकि जैसे ही लोगों को इस बारे में सूचना मिली कुछ लोग स्वेच्छा से ब्लड डोनेट करने पीएमसीएच पहुंचे हे हैं. वहीं, पीएमसीएच प्रशासन जल्द इन समस्याओं को एक-दो दिनों के अंदर दूर करने की बात कर रहा है.पीएमसीएच की व्यवस्था देखकर सरकार का स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड का नारा बेमानी लगता है. ऐसे में न्यू झारखंड के निर्माण का सपना अधूरा दिखता है.

Intro:धनबाद:जिले का सबसे बड़ा अस्पताल पीएमसीएच धनबाद का हाल बेहाल है. पीएमसीएच धनबाद में ना ही धनबाद बल्कि अन्य पड़ोसी जिलों से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं लेकिन धनबाद पीएमसीएच में वर्तमान में दो मूलभूत समस्या पीने के लिए पानी और खून की काफी किल्लत हो गई है जिससे यहां पर आने वाले मरीजों का हाल बेहाल हो गया है.


Body:गौरतलब है कि पीएमसीएच धनबाद धनबाद जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है.जहां पर इलाज के लिए धनबाद के अलावे गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, हजारीबाग, और संथाल के कई अन्य जिलों से भी मरीज यंहा इलाज कराने पहुंचते हैं. लेकिन इन दिनों पीएमसीएच अस्पताल खुद बीमार है. यहां पर पानी और खून की समस्या उत्पन्न खड़ी हो गई है जिससे मरीज बेहाल हैं. आपको बता दें कि अस्पताल में मरीज को लेकर आए परिजन अपने घर से पीने के लिए पानी लेकर पहुंचते हैं या फिर दूर-दूर से पानी लाकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. अगर किसी तरह प्यास बुझा भी ली जाती है तो लोग शौचालय में जाने के लिए परेशान हो जा रहे हैं. हालांकि पानी की समस्या को दूर करने के लिए नगर निगम का टैंकर एमसीएच में पानी की सप्लाई कर रहा है लेकिन वह नाकाफी साबित हो रही है.

पानी के अलावे दूसरी सबसे बड़ी समस्या पीएमसीएच ब्लड बैंक में खून की कमी का होना भी है. पीएमसीएच धनबाद में इन दिनों खून की कमी हो गई है और ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट करने के लिए आने वाले लोगों की संख्या में भी काफी कमी आई है.जिसके कारण पूरे पीएमसीएच में पानी और खून के लिए हाहाकार मचा हुआ है.हालांकि मीडिया में खबरें आने के बाद कुछ लोग पीएमसीएच में स्वेच्छा से ब्लड डोनेट करने के लिए भी आ रहे हैं. पीएमसीएच प्रशासन एक दो दिनों के अंदर इन सारी समस्याओं का निवारण हो जाने की बात कह रहे हैं.


Conclusion:पानी की समस्या के बारे में जब पीएमसीएच के अधीक्षक एच के सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीएमसीएच धनबाद मैथन से सप्लाई के पानी पर ही निर्भर है लेकिन अभी मैथन से पानी की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं होने के कारण पानी की समस्या उत्पन्न हुई है. हालांकि पीएमसीएच अधीक्षक का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पूर्व में की गई बोरिंग से पानी की सप्लाई का प्रयास किया जा रहा है एक-दो दिनों के अंदर सब कुछ ठीक हो जाएगा.

वहीं ब्लड बैंक में ब्लड की कमी होने के बारे में जब ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ ए के सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गर्मियों के दिनों में अक्सर खून की कमी की समस्या पीएमसीएच में उत्पन्न हो जाती है. क्योंकि इस समय सारे संस्थानों में छुट्टी हो जाती है और डोनर नहीं मिल पाते. लेकिन सभी संस्थाओं से बातचीत की गई है और कुछ दिनों के अंदर ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर इन सभी समस्याओं का निदान किया जाएगा.

बाइट
1. संजू कुमार-मरीज के परिजन
2 प्रदीप कुमार-मरीज के परिजन
3. मोहम्मद जाकिर हुसैन-मरीज के परिजन
4. जय प्रकाश सिंह- ब्लड डोनर
5. डॉ ए के सिंह- ब्लड बैंक इन चार्ज
6. एचके सिंह- पीएमसीएच अधीक्षक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.