धनबाद: वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में लोगों को मेडिकल सुविधा के लिए घबराना नहीं है. जिले में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और ऑक्सीजन सप्लाई की कमी नहीं है. जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों को भी ऑक्सीजन मुहैया कराया है. शीघ्र ही 24 घंटे के लिए दो संजीवनी वाहन भी तैनात रहेंगे.
लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. लोगों को किसी प्रकार का डर और भय अपने मन में नहीं रखना चाहिए. यह बातें उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहीं.
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संजीवनी वाहन करेंगे तैयार
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सीजन की सबसे अधिक आवश्यकता है. इसके लिए कंट्रोल रूम से 24 घंटे सातों दिन उपायुक्त स्वयं ऑक्सीजन मैनीफोल्ड एवं आईसीयू पाइपलाइन की निगरानी करते हैं. रीफिलिंग स्टेशन में मजिस्ट्रेट तैनात हैं और लगातार ऑक्सीजन सप्लाई चैन पर नजर है.
ऑक्सीजन सिलेंडर का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले वाहनों की जीपीएस ट्रैकिंग की जाती है. यहां तक कि पिछले दिनों जिला प्रशासन ने एशियन द्वारकादास जालान सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, जसलोक व अशर्फी अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन की सप्लाई कर मदद पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि शनिवार से ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए 2 संजीवनी वाहन तैयार रहेंगे, जो 24 घंटे किसी भी कोविड फैसिलिटी में जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन मुहैया कराएंगे.
271 है आईसीयू बेड
उपायुक्त ने कहा कि आईसीयू बेड को लेकर प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती है. वर्तमान में जिले में 271 आईसीयू बेड हैं. अगले 10 दिन में और 50 बेड उपलब्ध कराए जाएंगे. आईसीयू बेड की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाती है. आईसीयू बेड हमेशा भरे रहने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां धनबाद के अलावा संथाल परगना, गिरिडीह, कोडरमा से भी मरीज आते हैं. इसके साथ ही बताया कि रांची के बाद केवल धनबाद में ही इतनी बड़ी संख्या में आईसीयू बेड उपलब्ध हैं.
पैनिक होने की आवश्यकता नहीं
उपायुक्त ने बताया कि जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 65-70 के नीचे चला जाता है, उनका ऑक्सीजन लेवल सामान्य पर लाने के लिए 2 से 3 दिन लग जाते हैं. सामान्य होने के बाद मरीज को आईसीयू बेड से दूसरे बेड में शिफ्ट किया जाता है. इसमें समय लग जाता है और यह एक चुनौती है.
जैसे बेड की संख्या बढ़ेगी, यह समस्या दूर हो जाएगी. उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि वे पैनिक न हों. जिले में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की कमी नहीं होगी. शीघ्र जिला प्रशासन आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाने जा रहा है.
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बोकारो, धनबाद और गिरिडीह के बीच बनेगा कोविड सर्किट
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शीघ्र ही बोकारो, धनबाद और गिरिडीह के बीच कोविड सर्किट बनेगा. जिससे इन जिलों के मरीजों को समय रहते बेड दिलाने का प्रयास किया जाएगा. कोविड सर्किट बन जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी.
शीघ्र आएंगे 70 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
उपायुक्त ने बताया कि शीघ्र जिले को 70 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त होंगे. फिलिप्स कंपनी के 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का आर्डर दिया जा चुका है. शुक्रवार की रात तक राज्य से पीजी ब्लॉक के लिए 20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंच रहे हैं.
ऑक्सीजन का होगा उत्पादन
उपायुक्त ने बताया कि धनबाद में प्रतिदिन 36,000 लीटर ऑक्सीजन उत्पादन करने के लिए प्लांट का निर्माण चल रहा है. इसका निर्माण 20 से 25 दिनों के अंदर हो जाने की संभावना है. ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण से बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर की निर्भरता लगभग समाप्त हो जाएगी. हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सहयोग से सदर अस्पताल और पीएमसीएच में प्लांट बन रहा है.
मरीजों के मृत्यु की जा रही है मैपिंग
उपायुक्त ने बताया कि पिछले दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु की जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार मैपिंग कर रहा है. जहां सर्वाधिक मरीजों की मृत्यु हुई है, वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर और रणनीति के तहत जांच कराकर मृत्यु अंक को कम करने का प्रयास किया जाएगा.
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उपायुक्त ने की अपील
उपायुक्त ने अपील करते हुए कहा है कि जिले के लोगों को आपदा की इस घड़ी में पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. जिला प्रशासन लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है. शीघ्र ही आईसीयू बेड और अन्य समस्याओं का समाधान हो जाएगा.
उन्होंने लोगों से धैर्य रखने, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने, बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करने, सब्जी मंडी, हाट, बाजार में शारीरिक दूरी का पालन करने, हाथों को बार-बार साफ करने, सुरक्षित रहने और कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है.