धनबाद: नीरज सिंह समेत चार लोगों की नृशंस हत्या के मामले में शुक्रवार को बीजेपी झरिया विधायक संजीव सिंह समेत अन्य अभियुक्तों की कोर्ट में पेशी हुई. शुक्रवार को 4 गवाहों ने अपने बयान कोर्ट में दर्ज कराए हैं. करीब 60 गवाहों के बयान इस मामले में होने हैं, जिसमें 31 लोगों की गवाही हो चुकी है.
विधायक के अधिवक्ता मो. जावेद ने बताया कि सरायढेला कुसुम विहार के रहने वाले सीएमआरआई के रिटायर्ड वैज्ञानिक राम अहलाद राय, उनकी पत्नी उम्दा देवी,पुत्र संजीत कुमार और भतीजा जितेंद्र कुमार की गवाही अभियोजन की ओर से कराई गई. उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि शूटर वैज्ञानिक के मकान में किराए पर ठहरे थे. 21 मार्च 2017 को स्टील गेट के पास नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या कर दी गई.
मकान मालिक राम अहलाद द्वारा 22 मार्च को सरायढेला थाना में यह लिखित शिकायत की गई कि उनके किराएदार ताला बंद करके लापता हैं. 24 मार्च को कमरे का ताला तोड़कर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तलाशी ली गई. इस दौरान फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी साथ में मौजूद रही. पुलिस ने कमरे से पेपर से काटी गई नीरज सिंह की फोटो और कई अन्य सामग्री भी बरामद की.
रिटायर्ड वैज्ञानिक राम अहलाद राय ने यह कमरा फरवरी 2017 में मुन्ना नामक व्यक्ति को दिया था. राम अहलाद राय ने नीरज हत्याकांड में जेल में बंद अभियुक्त डब्लू मिश्रा की पहचान जेल में मुन्ना के रूप में की. अधिवक्ता ने बताया कि अहलाद ने जेल में डब्लू मिश्रा की मुन्ना के रूप में पहचान की, लेकिन अभियोजन पक्ष की ओर से कोर्ट में डब्लू मिश्रा की पहचान नहीं कराई गई.
कोर्ट में अभियोजन द्वारा डब्लू एवं अन्य अभियुक्तों की पहचान अहलाद द्वारा नहीं कराई जानी इस मामले की सच्चाई से पर्दा नहीं उठाने के बराबर है. गवाहों ने स्वीकार किया कि नीरज हत्याकांड मामले की पूछताछ करने के लिए एसआइटी की टीम घर पर पहुंची.