धनबाद: जिले के गोविंदपुर प्रखंड के मुर्राडीह उप स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है. इस उप स्वास्थ्य केंद्र में तकरीबन 8 से 10 मरीज हर दिन आते हैं, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं होने की वजह से उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पूरा अस्पताल एक एएनएम के भरोसे चलता है. वहीं, धनबाद सीएस प्रदीप बासकी डॉक्टरों की कमी होना इसका मूल कारण बता रहे हैं.
इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण दशकों पहले हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यहां पर डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की गई है. एक बार 2 दिन के लिए एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की गई थी, लेकिन उसके बाद इस अस्पताल में आज तक डॉक्टर नियुक्त नहीं किए गए हैं. ग्रामीण इलाका होने की वजह से गरीब मरीज यहां पर काफी भरोसे के साथ आते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. ज्यादातर मरीजों को पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया जाता है. इन मरीजों के पास इतना भी पैसा नहीं होता कि वो पीएमसीएच धनबाद तक पहुंच सके.
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अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि इस अस्पताल के खिड़की और दरवाजे तक चोर चुरा कर ले गए. रात में इस जगह पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. वहीं, एक मरीज ने बताया कि वो अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए आया है, लेकिन यहां से उन्हें पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया. उसने बताया कि उसके पास इतने पैसे नहीं है कि वो पीएमसीएच तक पहुंच सके.
वहीं, इस संबंध में धनबाद सीएस प्रदीप बासकी ने बताया कि उप स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति का कोई प्रावधान ही नहीं है, लेकिन अगर उप स्वास्थ्य केंद्र में ज्यादा मरीज आते हैं तो ऐसे में डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की जा सकती है. उन्होंने कहा कि धनबाद में डॉक्टरों की काफी कमी है, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ही डॉक्टर उपलब्ध नहीं कराए जा पा रहे हैं, ऐसे में उप स्वास्थ्य केंद्र में कहां से कराया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि नए डॉक्टर की नियुक्ति होने के बाद यह समस्या हल किया जा सकता है.