निरसा,धनबादः स्वामी विवेकानंद स्कूल चिरकुंडा में बाल दिवस के मौके पर एक अनोखा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कोलकाता की एक निजी संस्था की ओर से विद्यार्थियों का ब्रेन डेवलपमेंट मेंटल एंड फिजिकल हेल्थ मेमोरी टेक्निक्स (Brain Development Mental and Physical Health Memory Techniques) की जानकारी दी गयी. इस कार्यक्रम में बच्चों ने भी अपनी अनोखी प्रतिभा दिखायी.
इसे भी पढ़ें- Children's Day 2021: बाल दिवस पर लें बच्चों के अधिकारों की रक्षा का संकल्प
ब्रेन डेवलपमेंट मेंटल एंड फिजिकल हेल्थ मेमोरी टेक्निक्स की मदद बच्चे कैसे खुद को टीवी और एडिक्शन से दूर रख सकते हैं और कैसे अपना कंसंट्रेशन लेवल बढ़ा सकते हैं, इसकी जानकारी दी गयी. इसके अलावा पॉजिटिव पेरेंटिंग (Positive Parenting) कैसे करें ताकि बच्चों का सर्वांगीण एवं आध्यात्मिक विकास हो और एक सुदृढ़ चरित्र का निर्माण हो इसके बारे में बताया गया. विवेकानंद स्कूल के प्रिंसिपल संजीव साहू ने कहा कि जल्द ही यह कक्षाएं सुनियोजित तरीके से दैनंदिन क्लासेस में कराया जाएगा. उनका मानना है कि अगर इस तरह का क्लासेस सभी स्कूल में चालू हो तो भारतवर्ष के हर बच्चे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं.
इस कार्यक्रम के दौरान 2 छात्र सौम्यदीप सिन्हा देबोप्रियो घोष और एक छात्रा सिमरनदीप सिन्हा ने आंख में पट्टी बांधकर किसी भी किताब से पढ़कर दिखाया. साथ ही हाथों में मेहंदी लगाकर दिखाया. इसके अलावा पजल सॉल्व किए और किसी भी तरह का कलर को आईडेंटिफाई किया. बच्चों ने कहा कि यह वह कर पा रहे हैं क्योंकि वह पिछले 6 महीने से योगा एवं मेडिटेशन के माध्यम से अपने थर्ड आई को एक्टिवेट कर पाए हैं.
कार्यक्रम के सफल आयोजन में निर्देशक विवेक सिंह और शिक्षक में मनोज, शुभशीष, दया, सेल्वी, प्रेमा, पूजा, सुनंदा का महत्वपूर्ण योगदान रहा. संस्था के संस्थापक चंदन एवं अभिषेक ने कहा कि यह बहुत ही सकारात्मक कदम है और आगे योगा और मेडिटेशन की ओर से सकारात्मक ऊर्जा बच्चों के अंदर और अभिभावक के अंदर प्रवेश करेगी और बच्चों और समाज का सर्वांगीण विकास होगा.
इसे भी पढ़ें- जवाहरलाल नेहरू की 132वीं जयंती: पीएम मोदी, सोनिया ने दी श्रद्धांजलि
कोडरमा में बाल दिवस
कोडरमा के बिरसा सांस्कृतिक सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, जिला प्रशासन और निजी संस्था के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिभावान बच्चों के बीच सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर विधिक जागरूकता शिविर (Legal Awareness Camp) लगाकर केंद्र और राज्य प्रायोजित योजनाओं के लाभार्थियों के बीच योजना से जुड़ी सामग्री का भी वितरण किया गया.
इस कार्यक्रम के दौरान मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों के वैसे बच्चों को सम्मानित किया गया जो या तो ड्रॉप आउट हो चुके थे या फिर बाल मजदूरी में संलिप्त थे. इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, सोना सोबरन योजना के लाभुकों को योजना से जुड़ा लाभ दिया गया. जहां प्रतिभावान बच्चों के बीच पठन-पाठन की सामग्री बांटी गयी. वहीं आयुष्मान भारत योजना के लाभुकों के बीच आयुष्मान किट का वितरण किया गया. इसके साथ ही पीएम आवास योजना के लाभुकों को गृह प्रवेश के लिए घर की चाबी दी गयी.
इस कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी, एसपी कुमार गौरव, डीएफओ सूरज कुमार सिंह समेत अन्य आला अधिकारी और संस्था के कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि बाल दिवस के मौके पर बाल अधिकारों की सुरक्षा को लेकर बच्चों को कानूनी जानकारी दी गई है. साथ ही प्राधिकार बच्चों के प्रति हो रहे शोषण को खत्म करने के लिए बच्चों को कानूनी जानकारी देकर जागरूक कर रहा है. वहीं संस्था के वरिष्ठ कार्यकर्ता मुख्तारउल हक ने कहा कि बाल दिवस के मौके पर प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित कर दूसरे बच्चों को प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है.