धनबादः पश्चिम बंगाल के आसनसोल में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो जाने के बाद प्रशासन पूरी तरह से सख्त हो गई है. इसे लेकर झारखंड पश्चिम बंगाल की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. बता दें कि चिरकुंडा बराकर की सीमा पर खुद चिरकुंडा थानेदार पुलिस निरीक्षक प्रभात सिंह अपवे नेतृत्व में बॉर्डर पर जांच अभियान चला रहे हैं.
ये भी पढ़ें-CP सिंह ने DGP को कटघरे में किया खड़ा, कहा- सत्ताधारी दल की बोल रहे भाषा
इस क्रम में हर आने-जाने वाले पर चिरकुंडा पुलिस खास नजर रख रही है. किसी को भी आने-जाने की अनुमति पुलिस नहीं दे रही है. सिर्फ राशन ढो रही गाड़ियां और मेडिकल सर्विस से जुड़े लोगों को ही आने-जाने दिया जा रहा है.
चिरकुंडा प्रभारी प्रभात सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आसनसोल में कोरोना पॉजिटिव की मौत हो जाने के बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. सिर्फ जरूरी सामानों के वाहनों को ही आने जाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोल इंडिया के सभी इकाई को सूचित किया गया है कि वह पुलिस को इस काम में सहयोग करें. जिनका जहां कार्यक्षेत्र है वह वहीं रहे ताकि इस महामारी को रोका जा सके. उन्होंने इस लॉकडाउन को पूरी सख्ती से अनुपालन कराने की बात कही है.
बता दें कि इस लॉकडाउन में कोल इंडिया की बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल सहित सभी इकाई में कार्य लिया जा रहा है, जिसमें कोल इंडिया की ओर से देश को ऊर्जा देने की बात कही गई थी. लेकिन कोल इंडिया के ईसीएल इकाई बंगाल में पड़ते हैं इसके साथ ही झारखंड में भी कोल इंडिया की इकाई है. झारखंड में रहकर बंगाल कोल इंडिया की इकाई में काम करने वाले कोलकर्मियों को बंगाल का रुख करना पड़ता है और बंगाल में रहकर झारखंड की कोल इंडिया की इकाई में काम करने वाले कोल कर्मियों को बंगाल का रुख करना पड़ता है इसलिए कोल इंडिया से पुलिस यह अपील कर रही कि जो जहां है वहीं रहें, तभी कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है.