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धनबाद में पुलिस ने टाली मॉब लिंचिंग की वारदात, बच्चा चोरी की अफवाह में शख्स की पिटाई

धनबाद में बच्चा चोरी की अफवाह में भीड़ ने 50 वर्षीय शख्स की जान लोगों को उतारु हो गए थे. पुलिस को मिली सूचना के बाद किसी तरह धनबाद में मॉब लिंचिग होते होते बचा.

बच्चा चोरी की अफवाह में शख्स की पिटाई
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Published : Sep 11, 2019, 10:02 AM IST

Updated : Sep 11, 2019, 11:23 AM IST

धनबाद: मॉब लिंचिंग को लेकर पुलिस लगातार लोगों के बीच जागरूकता अभियान चला रही है, बावजूद जिले में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला जिले के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के फुसबंगला का है, जहां बच्चा चोरी की आशंका पर लोगों ने एक 50 वर्षीय शख्स की पिटाई कर दी. पुलिस की तत्परता के कारण उस शख्स की जान बचाई जा सकी. पुलिस ने जबरन भीड़ से उस व्यक्ति को छुड़ाकर थाना ले आई, लेकिन लाठी डंडे से लैस उग्र भीड़ ने उस व्यक्ति को थाना से भी छुड़ाने का दबाव बनाया.

देखें पूरी खबर

बच्चा चोरी की अफवाह में पिटाई
धनबाद में बच्चा चोरी की अफवाह में एक शख्स की भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी. दरअसल, जोड़ापोखर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सत्यम प्रकाश ने बताया कि मोहर्रम को लेकर वे खुद पुलिस बल के साथ फुसबंगला मोड़ पर तैनात थे. इसी बीच बच्चा चोरी कर भागने की शोरगुल सुनाई दी. लोग एक व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. इलाके में हलचल को देखकर उनका पीछा किया तब उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति ऑटो में बैठा हुआ था जो अपने साथ एक थैला लिए हुए था. उस थैले में उसने कुछ रखा हुआ था. अफवाह तो यहां तक सुनाई दी कि उस थैले में बच्चा है और बच्चे को लेकर वह भाग रहा है.

ये भी पढ़ें- रांची में मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बची 2 महिलाएं, सब्जी चोरी के आरोप में पेड़ से बांधकर ग्रामीणों ने पीटा

पुलिस के खिलाफ उग्र हुए लोग
इसी बीच उग्र भीड़ ने उस व्यक्ति की बच्चा चोर के शक में जमकर पिटाई कर दी. किसी तरह पुलिस उसे भीड़ से बचाकर पुलिस वैन में बैठाकर थाना ले आई. व्यक्ति को थाना लाने के बाद भीड़ पुलिस के खिलाफ आक्रोशित हो गई. लाठी डंडे से लैस भीड़ ने थाना से व्यक्ति को छुड़ाने का दबाव डाला, लेकिन पुलिस बिलकुल टाइट थी. उन्होंने कहा कि उनलोगों को लग रहा था कि पुलिस बच्चा चोर को बचाने में जुटी है. इसके साथ ही वे लोग यह भी चाह रहे थे कि पुलिस उस व्यक्ति को उन्हें सौंप दें.

व्यक्ति की दिमागी हालत खराब
वहीं, लोगों ने कहा कि उसके थैले को खोला जाए. जिसके बाद वीडियोग्राफी के साथ उस व्यक्ति के थैले को खोला गया. थैला में उसके कुछ कपड़े थे, बच्चा चोरी का आरोप लगाने वाले भी थैला खोलने के समय मौजूद थे. उन्होंने कहा कि व्यक्ति की दिमागी हालत थोड़ी ठीक नहीं है. इसलिए लोगों को वह अपनी बात को समझा नहीं सका. थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस यदि तत्परता के साथ काम नहीं करती तो मॉब लिंचिंग की बड़ी वारदात हो सकता थी. वैसे लोगों द्वारा लाठी डंडे के साथ दबाव बनाने की कोशिश की गई है. पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचित कर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.

अफवाह पर ध्यान न देने की अपील
वहीं, प्रशासन का कहना है कि पुलिस और अन्य सामाजिक लोगों के द्वारा लगातार लोगों जागरूक किया जा रहा है. आम जनता को संयम से काम लेना चाहिए, पुलिस पर विश्वास करना चाहिए. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को खुद अपने स्तर से प्रयास करना बेहद जरूरी है.

धनबाद: मॉब लिंचिंग को लेकर पुलिस लगातार लोगों के बीच जागरूकता अभियान चला रही है, बावजूद जिले में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला जिले के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के फुसबंगला का है, जहां बच्चा चोरी की आशंका पर लोगों ने एक 50 वर्षीय शख्स की पिटाई कर दी. पुलिस की तत्परता के कारण उस शख्स की जान बचाई जा सकी. पुलिस ने जबरन भीड़ से उस व्यक्ति को छुड़ाकर थाना ले आई, लेकिन लाठी डंडे से लैस उग्र भीड़ ने उस व्यक्ति को थाना से भी छुड़ाने का दबाव बनाया.

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बच्चा चोरी की अफवाह में पिटाई
धनबाद में बच्चा चोरी की अफवाह में एक शख्स की भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी. दरअसल, जोड़ापोखर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सत्यम प्रकाश ने बताया कि मोहर्रम को लेकर वे खुद पुलिस बल के साथ फुसबंगला मोड़ पर तैनात थे. इसी बीच बच्चा चोरी कर भागने की शोरगुल सुनाई दी. लोग एक व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. इलाके में हलचल को देखकर उनका पीछा किया तब उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति ऑटो में बैठा हुआ था जो अपने साथ एक थैला लिए हुए था. उस थैले में उसने कुछ रखा हुआ था. अफवाह तो यहां तक सुनाई दी कि उस थैले में बच्चा है और बच्चे को लेकर वह भाग रहा है.

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पुलिस के खिलाफ उग्र हुए लोग
इसी बीच उग्र भीड़ ने उस व्यक्ति की बच्चा चोर के शक में जमकर पिटाई कर दी. किसी तरह पुलिस उसे भीड़ से बचाकर पुलिस वैन में बैठाकर थाना ले आई. व्यक्ति को थाना लाने के बाद भीड़ पुलिस के खिलाफ आक्रोशित हो गई. लाठी डंडे से लैस भीड़ ने थाना से व्यक्ति को छुड़ाने का दबाव डाला, लेकिन पुलिस बिलकुल टाइट थी. उन्होंने कहा कि उनलोगों को लग रहा था कि पुलिस बच्चा चोर को बचाने में जुटी है. इसके साथ ही वे लोग यह भी चाह रहे थे कि पुलिस उस व्यक्ति को उन्हें सौंप दें.

व्यक्ति की दिमागी हालत खराब
वहीं, लोगों ने कहा कि उसके थैले को खोला जाए. जिसके बाद वीडियोग्राफी के साथ उस व्यक्ति के थैले को खोला गया. थैला में उसके कुछ कपड़े थे, बच्चा चोरी का आरोप लगाने वाले भी थैला खोलने के समय मौजूद थे. उन्होंने कहा कि व्यक्ति की दिमागी हालत थोड़ी ठीक नहीं है. इसलिए लोगों को वह अपनी बात को समझा नहीं सका. थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस यदि तत्परता के साथ काम नहीं करती तो मॉब लिंचिंग की बड़ी वारदात हो सकता थी. वैसे लोगों द्वारा लाठी डंडे के साथ दबाव बनाने की कोशिश की गई है. पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचित कर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.

अफवाह पर ध्यान न देने की अपील
वहीं, प्रशासन का कहना है कि पुलिस और अन्य सामाजिक लोगों के द्वारा लगातार लोगों जागरूक किया जा रहा है. आम जनता को संयम से काम लेना चाहिए, पुलिस पर विश्वास करना चाहिए. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को खुद अपने स्तर से प्रयास करना बेहद जरूरी है.

Intro:धनबाद।मॉब लिंचिंग को लेकर पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई और जागरूकता के बावजूद भी जिले में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही है।महज अफवाह मात्र से ही लोग बच्चा चोरी की आशंका पर उस व्यक्ति के प्राण लेने पर लोग तुल जा रहे हैं।ताजा मामला जिले के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के फुसबंगला का है।जहां बच्चा चोरी की शंका पर लोगों एक 50 वर्षीय बुजुर्ग की पिटाई कर दी।पुलिस की तत्परता के कारण उस बुजुर्ग व्यक्ति की जान बचायी जा सकी।पुलिस द्वारा ज़बरन भींड से उस व्यक्ति को छुड़ाकर थाना लाया गया।लेकिन लाठी डंडे से लैस उग्र भींड ने उस व्यक्ति को थाना से भी छुड़ाने का दबाव बनाया।




Body:स्थानीय लोगों की माने तो सिंदरी झरिया मुख्य सड़क मार्ग के फुसबंगला शालीमार के पास सैंकड़ो लोगों की भींड लाठी डंडे और तलवार से लैस थी।सभी सड़कों पर बेतहाशा दौड़ते नजर आए।भींड को देख जोड़ापोखर थाना से लेकर शालीमार तक अफरा तफरी का माहौल बन गया।इसी बीच थाना की पुलिस बल मौके पर पहुँच गई।भींड के बीच से एक बुजुर्ग व्यक्ति को छुड़ाकर पुलिस, थाना के अंदर ले गई।भींड थाना तक पहुँच गई।लोग चाह रहे थे कि व्यक्ति को उनके हवाले कर दें।लोगों ने कहा कि पुलिस का रोल बहुत ही बढ़िया रहा।पूरे मामले पर काबू पाने पुलिस ने तत्परता दिखाई।

जोड़ापोखर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सत्यम प्रकाश की माने तो मुहर्रम को लेकर वे खुद पुलिस बल के साथ फुसबंगला मोड़ पर तैनात थे।इसी बीच बच्चा चोरी कर भागने की शोरगुल सुनाई दी।लोग उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।भागते हुए जाकर जब उन्होंने देखा तो एक बुजुर्ग व्यक्ति ऑटो में बैठा हुआ था जो अपने साथ एक थैला लिए हुए था।उस थैले में उसने कुछ रखा हुआ था।अफवाह तो यहाँ तक सुनाई दी कि उस थैले में बच्चा है और बच्चे को लेकर वह भाग रहा है।पुलिस की कोशिश थी कि ऑटो के साथ उसे थाना लाया जाए।लेकिन भींड इतनी उग्र थी कि कड़ी मशक्कत के बाद उस व्यक्ति को पुलिस वैन में बैठाने में कामयाब हुई।पुलिस फोर्स के दम उस व्यक्ति को भींड से जबरन छुड़ाया गया।पुलिस की गाड़ी को भी उग्र लोगों ने घेरने का प्रयास किया।व्यक्ति को थाना लाने के बाद वीडियोग्राफी के साथ उस व्यक्ति के थैले को खोला गया।थैला में उसके कुछ कपड़े थे।बच्चा चोरी का आरोप लगाने वाले भी थैला खोलने के समय मौजूद थे।उन्होंने कहा कि व्यक्ति की दिमागी हालत थोड़ी ठीक नही है।इसलिए लोगों को वह अपनी बात को समझा नही सके।थाना प्रभारी ने कहा कि पुलिस यदि तत्परता के साथ काम नही करती तो मॉब लिंचिंग हो सकता थी।

व्यक्ति को थाना लाने के बाद भींड पुलिस के खिलाफ आक्रोशित हो गई।लाठी डंडे से लैस भींड थाना से व्यक्ति को छुड़ाने का दबाव बनाने लगे।लेकिन पुलिस बिलकुल टाइट थी।उन्होंने कहा कि उनलोगों को लग रहा था कि पुलिस बच्चा चोर को बचाने में जुटी है।साथ ही वे लोग यह भी चाह रहे थे कि पुलिस उस व्यक्ति को उन्हें सौंप दें और फिर उनके साथ वो वही करे जो लोगों के साथ होते आया है।

उन्होंने कहा कि भींड पुलिस को घेरने की कोशिश की है।उस व्यक्ति की पिटाई वो लोग नही कर सके और न ही पुलिस वालों पर कोई हमला हुआ है।लेकिन उन लोगों द्वारा लाठी डंडे के साथ दबाव बनाने की कोशिश की गई है।पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचित कर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं प्रबुद्ध जनों ने कहा कि पुलिस और अन्य सामाजिक लोगों के द्वारा लगातार लोगों जागरूक किया जा रहा है।आम जनता को संयम से काम लेना चाहिए।पुलिस पर विश्वास करना चाहिए।इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को खुद अपने स्तर से प्रयास करना बेहद जरूरी है।





Conclusion:मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर विराम लगाने को लेकर पुलिस तत्परता के साथ काम कर रही है।लेकिन अब लोग पुलिस को ही उनके समर्थक यानी बच्चा चोर को बचाने की शंका लोगों में घर कर रही है।ऐसे मामलों में पुलिस को भींड से निबटना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है।



Last Updated : Sep 11, 2019, 11:23 AM IST
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