धनबाद: भू-धंसान और अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले रैयतों के साथ उपायुक्त उमा शंकर सिंह और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह आगामी 16 जनवरी 2021 को टाउन हॉल में सीधा संवाद स्थापित करेंगे. यह निर्णय समाहरणालय के सभागार में स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर आयोजित बैठक में लिया गया.
इसको लेकर उपायुक्त ने कहा कि भू-धंसान और अग्नि प्रभावित जिस साइट से ज्यादा रैयत विस्थापित होने वाले हैं, वैसे रैयतों को आमंत्रित करके टाउन हॉल में उनके साथ सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा. उनकी बातों और सुझाव को सुना जाएगा. बैठक में उपायुक्त, बीसीसीएल सीएमडी के अलावा जेआरडीए के पदाधिकारी और बीसीसीएल के महाप्रबंधक भी शामिल होंगे.
ये भी पढ़ें- RIMS ने निजी एजेंसी को मरीजों की सेवा करने की दी अनुमति, पढ़े पूरी रिपोर्ट
स्मार्ट सिटी के निर्माण को लेकर जिला प्रशासन, जेआरडीए और बीसीसीएल पदाधिकारियों की एक सब-कमेटी का गठन किया गया है. इसका नेतृत्व उपायुक्त और बीसीसीएल सीएमडी करेंगे. कमेटी में अपर समाहर्ता, उप समाहर्ता भूमि सुधार, रूपेश कुमार आइटी रेवेन्यू, संबंधित अंचल के अंचल अधिकारी, जेआरडीए के परामर्शी, बीसीसीएल के महाप्रबंधक भू-संपदा के साथ अन्य लोग शामिल रहेंगे.
स्मार्ट सिटी बनाने के लिए आवश्यक 2,200 एकड़ फ्रीहोल्ड भूमि कमिटी की ओर से तय की जाएगी, जिसमें सरकारी और बीसीसीएल की भूमि भी शामिल होगी. उपायुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी के निर्माण के लिए कमेटी के सदस्य जमीन की गहनता से जांच करेंगे और विवादमूक्त भूमि को चिन्हित करेंगे. बैठक में उपायुक्त उमा शंकर सिंह, बीसीसीएल सीएमडी गोपाल सिंह, उप विकास आयुक्त दशरथ चंद्र दास, अपर समाहर्ता श्याम नारायण राम, उप समाहर्ता भूमि सुधार सतीश चंद्रा, कार्यपालक दंडाधिकारी सह जेआरडीए प्रभारी गुलजार अंजुम, परामर्शी जेआरडीए सुनील दलेला, मुख्य प्रबंधक सिविल डीएन चौधरी, कार्यपालक अभियंता अमरेंद्र कुमार, महाप्रबंधक झरिया मास्टर प्लान पीके दुबे, जीएम भू संपदा सी चंद्रा, जीएम लोदना सुनील निगम, मुख्य प्रबंधक भू संपदा बीके लाल, महाप्रबंधक ईजे एरिया, जेआरडीए के उपाध्याय रजनीश, अजीत कुमार राव उपस्थित थे.