धनबाद: जिले में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. इस सिलसिले में जिले के निरसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई. जिसमें 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, दूसरी घटना में पुलिस दो लोगों को भीड़ से बचाने में कामयाब हुई और 2 लोगों को गिरफ्तार किया.
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एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि इस घटना के बाद एसपी अमन कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इस टीम ने पूरे मामले की जांच की. जांच के बाद 21 नामजद अभियुक्त के साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया. जिनमें से 6 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई. इस दौरान मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है, जिसमें पिटाई का वीडियो और फोटो भी मौजूद है.
वहीं, चिरकुंडा इलाके में मानसिक रूप से विक्षिप्त दो लोगों से भीड़ ने मारपीट की. जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों की जान बचा ली. इस मामले में कुल 10 नामजद लोगों के साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. जिनमें से 2 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दूसरी ओर एसएसपी ने बताया कि भूली, जोड़ापोखर और मुनीडीह इलाके में अज्ञात व्यक्ति के साथ पिटाई का मामला सामने आया है. उन्होंने कहा कि सभी जगह प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. कई लोगों की पहचान भी की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि नामजद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
वहीं, सभी थाना प्रभारी को विशेष दिशा निर्देश दिया गया है कि जैसे ही सूचना मिलती है, प्राथमिकता के तौर पर सबसे पहले व्यक्ति की जान बचानी है. व्यक्ति के साथ किसी तरह की मारपीट न हो इसे सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जो भी व्यक्ति इस घटना में शामिल हो, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.
एसएसपी ने कहा कि ऐसे मामलों में शामिल व्यक्ति को किसी हाल में बख्सा नहीं जाएगा. जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति की गतिविधि पर आशंका होती है तो इसकी सूचना फौरन पुलिस को दें. कानून खुद से हाथ में लेना और खुद से न्याय कर देना पूरी तरह से गलत है. उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार हो रहा है. उन्हें इलाज की जरूरत है.
बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए पुलिस के साथ-साथ लोगों को भी घटना पर लगाम लगाने के लिए आगे आना होगा. लोगों को जागरूक करना जरूरी है, तभी ऐसी घटनाओं पर विराम लग पाएगा.