रांची/धनबाद: वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरे विश्व में कोहराम मचा रखा है. कोयलांचल धनबाद में कोरोना अब विस्फोटक रूप ले चुका है. कोरोना के कहर ने जिले में एक हंसते-खेलते परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया. जिले के कतरास इलाके के रहने वाले चौधरी परिवार इस कहर को भली-भांति समझ रहे हैं. जहां एक हंसता-खेलता पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया और एक-एक कर घर के 6 सदस्यों की मौत हो गई. 4 जुलाई से शुरू हुआ मौत का सिलसिला 20 जुलाई तक 6 के आंकड़ा को छू गया.
15 दिन के अंदर तबाह हुआ एक परिवार
कोरोना वायरस यानी कोविड-19 को हल्के में लेने में लोग सावधान हो जाएं. इस वायरस की वजह से 15 दिन के भीतर धनबाद के एक परिवार के छह सदस्यों की एक के बाद एक मौत हो चुकी है. घटना दिल दहलाने वाली है. दरअसल, धनबाद के कतरास में अग्रवाल परिवार में शादी थी. पूरा परिवार शादी की तैयारी में जुटा था. दिल्ली में अपने एक पोते के साथ रह रही 88 साल की दादी को सभी ने बड़े जतन से बुलाया था. कतरास के रानीबाजार स्थित घर पर सभी जुटे थे. पोते की शादी भी अच्छे से हो गई. लेकिन शादी के एक दिन बाद अचानक बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गयी. उन्हें बोकारो के चास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके. बाद में स्वाब की रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला कोरोना से संक्रमित थी. इस आधार पर परिवार के अन्य सदस्यों की जांच करायी गई. इसमें महिला के छह में से पांच बेटे संक्रमित मिले. लिहाजा, शादी की खुशी मातम में तब्दील हो गई. मां के निधन के कुछ दिन बाद ही एक बेटे को हार्ट अटैक आया और गोविंदपुर के कोविड अस्पताल में उनकी मौत हो गई. एक और संक्रमित बेटे की भी धनबाद में इलाज के दौरान जान चली गयी. अभी परिवार संभल पाता कि कोरोना संक्रमित तीसरे बेटे की जमशेदपुर में मौत हो गई. वह कैंसर पीड़ित थे. इसके बाद रांची के रिम्स में भर्ती चौथे बेटे की जान चली गयी. उनका दाह संस्कार जबतक होता तबतक पता चला कि कोरोना से संक्रमित पांचवे बेटे की 19 जुलाई को रिम्स में मौत हो गई. आपको बता दें कि वृद्ध महिला की मौत 4 जुलाई को हुई थी और 19 जुलाई आते-आते परिवार के छह सदस्यों की जान चली गई.
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छोटा बेटा है कोरोना की जद से बाहर
वृद्ध महिला के जिन पांचों बेटों की एक के बाद एक मौत हुई , वह सभी डायबिटिक थे. सभी की उम्र पचपन साल से ज्यादा थी. सबसे छोटा बेटा दिल्ली में रहता है. वह भी भतीजे की शादी में शामिल होने धनबाद आया था लेकिन वह सुरक्षित है. जिन पांच बेटों की मौत हुई है उनमें सबसे बड़ा बेटा ओड़िशा के राउरकेला में व्यवसाय करता था. एक बेटा कोलकाता में व्यवसाय करता था, एक बेटा पश्चिम बंगाल के पुरूलिया में व्यवसाय करता था. एक बेटा धनबाद के कतरास में व्यवसाय करता था. एक बेटा धनबाद में ही व्यवसाय करता था. जो कतरास में रहते थे, उन्हें के बेटे की शादी में सभी जुटे थे. फिलहाल, दिल्ली में रहने वाला इस परिवार का सबसे छोटा बेटा सुरक्षित है.
दो रिश्तेदार हैं कोविड अस्पताल में भर्ती
पड़ताल में यह बात सामने आई है कि इस परिवार के दो रिश्तेदार, जिनमें एक महिला और एक पुरूष हैं, रांची के रिम्स स्थित कोविड अस्पताल में भर्ती हैं. एक ही परिवार के छह लोगों की एक के बाद एक मौत से पूरे झारखंड में सनसनी फैल गई है. इस परिवार के अन्य सदस्य होम क्वारेंटाइन हैं. ज्यादातर सदस्य दिल्ली चले गए हैं. तीसरा बेटा धनबाद के एक निजी क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती था, वहां एकाएक उसकी तबीयत बिगड़ी और वह सीधे काल के गाल में समा गया. उनके ड्राइवर उन्हें पीएमसीएच ले गए. लेकिन तब तक डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चौथे बेटे का निधन 16 जुलाई को टीएमएच जमशेदपुर में कैंसर के इलाज के दौरान हुआ. वही पांचवा बेटा भी धनबाद के कोविड-19 से रेफर करने के बाद रिम्स रांची में भर्ती था जहां सोमवार को उसने अंतिम सांस ली. इसी के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण में सबसे पहले बुजुर्ग महिला और उसके बाद उसके पांच बेटों की मौत हो गई.
इस घटना ने पूरे कोयलांचल को झकझोर कर रख दिया है. यह सुनकर ही लोगों का कलेजा कांप जा रहा है अभी तक जो लोग कोरोना वायरस को हल्के में ले रहे थे उन्हें भी अब कोरोना का डर सताने लगा है. 4 जुलाई से शुरू हुआ मौत का सिलसिला 20 जुलाई तक पहुंचते-पहुंचते एक ही परिवार के छह सदस्यों को अपने चपेट में ले लिया और संभवत यह पूरे झारखंड के साथ-साथ देश का ऐसा पहला मामला है, जहां कोरोना के कहर से एक ही परिवार के 6 सदस्यों की मौत हुई है. मृतक महिला की उम्र लगभग 88 वर्ष वही पांचों बेटों की उम्र 60 से 70 के बीच बताई जा रही है.