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इस तालाब में है भूत-प्रेत का साया! एक साथ होती है 2 लोगों की मौत

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Published : Jul 15, 2019, 11:17 PM IST

धनबाद के धनसार थाना क्षेत्र में एक ऐसा तालाब है, जहां पर अब तक लगभग 40 लोगों की जान जा चुकी है. अचरज की बात यह, कि इस तालाब में हमेशा एक साथ 2 लोगों की मौत होती है. स्थानीय लोग इसकी वजह भूत-प्रेत को मानते हैं.

देखिए स्पेशल स्टोरी

धनबाद: जिले के धनसार थाना क्षेत्र में एक ऐसा तालाब है, जहां पर अब तक लगभग 40 लोगों की जान जा चुकी है. सबसे बड़ी बात इस तालाब में हमेशा 2 लोगों की मौत एक साथ होती है. यहां के स्थानीय लोग इसकी वजह भूत-प्रेत को मानते हैं. लोगों का मानना है कि भूत पानी के अंदर लोगों को खींच लेता है.

देखिए स्पेशल स्टोरी

12 जुलाई को फिर से हुई घटना
इस तालाब में फिर से एक बार मौत हुई है वो भी 2 लोगों की. 12 जुलाई को तालाब में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई. एक का शव निकाला जा चुका है, जबकि दूसरे का शव अभी तक नहीं निकाला जा सका है. तालाब में एनडीआरएफ की टीम 3 दिन से लगातार शव को निकालने का प्रयास कर रही है.

स्थानीय लोगों ने कराया था यज्ञ
बता दें कि यह एक चानक है जिसका कोयला निकाल लिया गया है. इस तालाब की गहराई लगभग एक सौ फीट बताई जाती है. यहां से बीसीसीएल के द्वारा पानी की सप्लाई भी की जाती है. स्थानीय लोग इसी तालाब में नहाने और कपड़े धोने आदि का काम करते हैं. इसी दौरान लोगों की जान जाती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले यहां पर इन मौतों को रोकने के लिए एक यज्ञ भी करवाया गया था जिसके बाद कुछ दिनों तक मौतों का सिलसिला रुक गया था, लेकिन उसके बाद फिर से शुक्रवार के दिन यहां पर मौत का तांडव शुरू हो गया.


12 जुलाई को एक शंकर नाम का व्यक्ति पहले पानी में डूब गया जिसे बचाने के लिए एक सुनील नाम का शख्स भी पानी में उतरा, लेकिन वह भी डूब गया और दोनों की एक साथ मौत हो गई. शनिवार के दिन एक शव तैरकर पानी के ऊपर आ गया जिसे स्थानीय लोगों ने निकाला, लेकिन दूसरे का शव नहीं निकाला जा सका है.

पुलिस ने किया इन्कार
इस बारे में स्थानीय पुलिस ने भूत-प्रेत मानने से इन्कार कर दिया, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यहां एक साथ दो मौतें होती हैं. वहीं एक वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार ने कहा कि 21वीं सदी में जहां हम चांद तक पहुंच गए हैं, हवाई सफर कर रहे हैं, वहां पर भूत और प्रेत का होना महज एक भ्रम है इससे ज्यादा कुछ नहीं.

धनबाद: जिले के धनसार थाना क्षेत्र में एक ऐसा तालाब है, जहां पर अब तक लगभग 40 लोगों की जान जा चुकी है. सबसे बड़ी बात इस तालाब में हमेशा 2 लोगों की मौत एक साथ होती है. यहां के स्थानीय लोग इसकी वजह भूत-प्रेत को मानते हैं. लोगों का मानना है कि भूत पानी के अंदर लोगों को खींच लेता है.

देखिए स्पेशल स्टोरी

12 जुलाई को फिर से हुई घटना
इस तालाब में फिर से एक बार मौत हुई है वो भी 2 लोगों की. 12 जुलाई को तालाब में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई. एक का शव निकाला जा चुका है, जबकि दूसरे का शव अभी तक नहीं निकाला जा सका है. तालाब में एनडीआरएफ की टीम 3 दिन से लगातार शव को निकालने का प्रयास कर रही है.

स्थानीय लोगों ने कराया था यज्ञ
बता दें कि यह एक चानक है जिसका कोयला निकाल लिया गया है. इस तालाब की गहराई लगभग एक सौ फीट बताई जाती है. यहां से बीसीसीएल के द्वारा पानी की सप्लाई भी की जाती है. स्थानीय लोग इसी तालाब में नहाने और कपड़े धोने आदि का काम करते हैं. इसी दौरान लोगों की जान जाती है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले यहां पर इन मौतों को रोकने के लिए एक यज्ञ भी करवाया गया था जिसके बाद कुछ दिनों तक मौतों का सिलसिला रुक गया था, लेकिन उसके बाद फिर से शुक्रवार के दिन यहां पर मौत का तांडव शुरू हो गया.


12 जुलाई को एक शंकर नाम का व्यक्ति पहले पानी में डूब गया जिसे बचाने के लिए एक सुनील नाम का शख्स भी पानी में उतरा, लेकिन वह भी डूब गया और दोनों की एक साथ मौत हो गई. शनिवार के दिन एक शव तैरकर पानी के ऊपर आ गया जिसे स्थानीय लोगों ने निकाला, लेकिन दूसरे का शव नहीं निकाला जा सका है.

पुलिस ने किया इन्कार
इस बारे में स्थानीय पुलिस ने भूत-प्रेत मानने से इन्कार कर दिया, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यहां एक साथ दो मौतें होती हैं. वहीं एक वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार ने कहा कि 21वीं सदी में जहां हम चांद तक पहुंच गए हैं, हवाई सफर कर रहे हैं, वहां पर भूत और प्रेत का होना महज एक भ्रम है इससे ज्यादा कुछ नहीं.

Intro:धनबाd:जिले के धनसार थाना क्षेत्र में एक ऐसा तालाब है जहां पर अब तक लगभग 40 लोगों की जान जा चुकी है. सबसे बड़ी बात इस तालाब में जब भी मौतें होती है तो एक साथ एक जोड़ी अर्थात दो मौतें होना निश्चित है. स्थानीय लोग इस तालाब में प्रेत का साया होने की बात बतलाते हैं जो पानी के अंदर लोगों को खींच लेता है. बीते शुक्रवार को भी इस तालाब में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई.एक का शव निकाला जा चुका है दूसरे का शव आज 4 दिनों के बाद भी नहीं निकाला जा सका है. एनडीआरएफ की टीम 3 दिन से लगातार शव को निकालने का प्रयास कर रही है.


Body:आपको बता दें कि यह एक चानक है जिसका कोयला निकाल लिया गया है इस तालाब की गहराई लगभग एक सौ फीट बताई जाती है.यहां से बीसीसीएल के द्वारा पानी की सप्लाई भी की जाती है. स्थानीय लोग इसी तालाब में नहाने और कपड़े धोने आदि का काम करते हैं इसी दौरान लोगों की जान चली जाती है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिनों यहां पर इन मौतों को रोकने के लिए एक यज्ञ भी करवाया गया था जिसके बाद कुछ दिनों तक मौतों का सिलसिला रुक गया था, लेकिन उसके बाद फिर से शुक्रवार के दिन यहां पर मौतों का सिलसिला शुरू हो गया. एक शंकर नामक व्यक्ति पहले पानी में डूब गया जिसे बचाने के लिए एक सुनील नाम का शख्स भी पानी में उतरा लेकिन वह भी डूब गया और दोनों की एक साथ मौत हो गई. शनिवार के दिन एक शव तैरकर पानी के ऊपर आ गया जिसे स्थानीय लोगों ने निकाला, लेकिन दूसरे का शव नहीं निकाला जा सका है. इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. 3 दिनों से लगातार एनडीआरएफ की टीम शव को खोजने का काम कर रही है लेकिन आज तक सफलता नहीं मिली है .



Conclusion:जब इस बाबत स्थानीय पुलिस से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भूतों का साया होने से मना किया लेकिन उन्होंने भी यह स्वीकार किया कि यहां एक साथ दो मौतें होती है और अब तक 35 से 40 जाने जा चुकी है वही एक वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार ने कहा कि आगे की शादी में जहां हम चांद तक पहुंच गए हैं हवाई सफर कर रहे हैं वहां पर भूत और प्रेत का होना महज एक भ्रम है इससे ज्यादा कुछ नहीं.

बाइट
1. हजारी चौहान
2.स्थानीय महिला
3.अशोक झा वरिष्ठ पत्रकार
4.अशोक तिवारी पुलिस अधिकारी
5.एनडीआरएफ अधिकारी

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