देवघरः बैद्यनाथ धाम में भोलेनाथ के दर्शन के लिए कई सालों से शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था है. जिसके जरिए श्रद्धालु कुछ राशि देकर भगवान शिव के जल्द दर्शन करते हैं. ऐसे भक्तों के लिए अलग से लाइन की व्यवस्था की जाती है. लेकिन इस व्यवस्था में लगातार धांधली की शिकायत आ रही थी. जिसमें मंदिर प्रबंधन को भी काफी नुकसान हो रहा था. इसे रोकने के लिए अब स्मार्ट कार्ड से शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था की गई है. इसकी शुरुआत सावन महीने से होगी.
देवघर में रोजाना काफी संख्या में भक्त दर्शन और पूजन के लिए पहुंचते हैं. जिसकी वजह से भक्तों को लंबी लाइन में लगकर घंटों इतजार करना पड़ता है. सावन महीने में तो भक्तों की परेशानी और भी बढ़ जाती है. इसी परेशानी को देखते हुए मंदरि प्रबंधन ने शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था की थी. इसके तहत आम दिनों में श्रद्धालुओं से आम दिनों में 250 और खास दिनों में 500 रुपए का शुल्क लेकर कूपन निर्गत किया जाता था. इस कूपन के जरिए श्रद्धालु अलग लाइन में लगकर कुछ ही मिनटों में बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण और पूजा अर्चना करते थे. लेकिन इस कूपन का भी दुरुपयोग होने लगा.
शीघ्रदर्शनम कूपन के हो रही फर्जीवाड़ा को देखते हुए श्राइन बोर्ड द्वारा अब मेट्रो स्टेशन की तर्ज पर शीघ्रदर्शनम की एंट्री और कूपन निर्गत करने का निर्णय लिया गया है. अभी इसका ट्रायल भी किया गया, जो सफल रहा है. शीघ्र दर्शनम कि नई व्यवस्था की शुरुआत श्रावणी मेला से की जाएगी. अब श्रद्धालुओं को कूपन की जगह स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा. स्मार्ट कार्ड मशीन में डालते ही गेट खुलेगा और आसानी से शीघ्रदर्शनम के रास्ते गर्भगृह पहुंचकर श्रद्धालु बाबा के दर्शन और पूजा कर सकेंगे. फिलहाल दो गेट से ही एंट्री हो रही है. लेकिन जब यह मशीन चालू हो जाएगी तो आठ गेट से श्रद्धालुओं को शीघ्रदर्शनम रास्ते बाबा मंदिर भेजा जाएगा. इससे शीघ्रदर्शनम की कतार को आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा है.
हालांकि बैकअप के लिए पुरानी व्यवस्था भी चालू रहेगी. मंदिर प्रशासक और जिला के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि मेला के दौरान पूर्व की भांति रविवार और सोमवार को शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था नहीं रहेगी. लेकिन प्रातः कालीन पूजा के बाद कुछ मिनटों के लिए सीमित संख्या में रविवार और सोमवार को शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है. इसके तहत 50 से 100 की संख्या में श्रद्धालु ऊंची कीमत देकर शीघ्रदर्शनम का लाभ ले सकते हैं. इस शीघ्रदर्शनम से होने वाली आय को मंदिर के विकास पर खर्च किया जाएगा.
देवघर में श्रावणी मेला दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. विभाग के द्वारा सभी जगहों का निरीक्षण किया जा रहा है. बेड स्थिति, साफ-सफाई, बिजली व पानी की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया जा रहा है. सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा से कांवर में जल भर नंगे पांव 105 किलोमीटर की कठिन यात्रा कर बाबा धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधित किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 210 चिकित्सकों में से 180 चिकित्सकों को बाहर और अन्य जिले से प्रतिनियुक्त किया जाएगा. 512 पैरामेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. 24×7 स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में 29 स्वास्थ्य शिविर, 27 अस्थाई शिविर बनाए जाएंगे. इन शिविरों में अस्थाई रूप से 10 से अधिक बेड की भी व्यवस्था की जाएगी.
मंदिर से सटे सुविधा केंद्र में शहर के बीचो-बीच पुराना सदर अस्पताल और जिला अस्पताल में भी मुकम्मल व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा 37 साधारण एंबुलेंस और 108 नंबर वाले एंबुलेंस साथ ही मोबाइल और बाइक एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जाएगी. नेशनल हेल्थ मिशन और राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाई भी उपलब्ध रहेगी. कोरोना के बाद मेला क्षेत्र में कोविड-19 लिए विशेष व्यवस्था की गई है. जहां जांच और वैक्सीनेशन का भी कार्य किया जाएगा. जिला के सिविल सर्जन सी के साही द्वारा कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिला, हार्ट पेशेंट, क्रॉनिक डिजीज वाले श्रद्धालुओं को मेला में खाने से परहेज करने का आग्रह किया गया है. श्रावणी मेला में बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.