देवघर: जिले में बाबा मंदिर होने के कारण यहां सबसे अधिक मंगलिककार्य होते हैं. शुभ दिनों में बाबा मंदिर प्रांगण में शादी ब्याह को लेकर यहां झारखंड, बिहार, बंगाल के अलावे अन्य राज्यों सहित देश विदेश से लोग पहुंचते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां किए गए शादी या अन्य मंगल कार्य से जन्मजन्मांतर तक फल की प्राप्ति होती है. ऐसे में यहां पहुंचने वाले यात्री सभी होटल या मैरिज गार्डन, बैंक्वेट हॉल बुकिंग कर अनुष्ठान कराते हैं. लेकिन आज सबकुछ वीरान पड़ा है.
बता दें कि देवनगरी देवघर के बाबा मंदिर में इन दिनों लगन के समय में लगभग 300 शादियां होती थी. साथ ही देवघर में लगभग 60 मैरिज गार्डन और बैंक्विट हॉल हैं. छोटे-बड़े 150 होटल हैं. जहां इस कोरोना महामारी के कारण सन्नाटा पसरा है. होटल, मैरिज गार्डन, बैंक्वेट हॉल में एक आकलन के मुताबिक, 20 छोटे बड़े शादी ब्याह सहित अन्य मांगलिक कार्य होते थे. अब इसके बंद होने से लगभग ढाई सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. इससे जुड़े व्यवसायियों की कमर टूट गई है. ऐसे में अब सरकार से बिजली बिल के फिक्सेशन सहित नगर निगम टैक्स और जीएसटी सहित सभी कर माफ करने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
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व्यवसाय ठप
होटल संचालकों की माने तो सभी रेस्टोरेंट में गेस्टों का आना बिल्कुल ही बंद हैं. देवघर धार्मिक नगरी के साथ पर्यटक स्थल होने के कारण आने वाले यात्रियों पर ही यहां की होटल व्यवसाय टिकी हुई थी, जो पूरी तरह से ठप है.
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मदद की गुहार
कुल मिलाकर देवनगरी में कोरोना महामारी होटल संचालकों के लिए एक भारी मुसीबत लेकर आई है. ऐसे में व्यवसायी सरकार से बिजली बिल सहित सभी तरह के कर पर रियायत की मांग कर मदद की गुहार लगा रहे हैं.