देवघरः बाबा मंदिर और यहां की परंपरा अन्य मंदिरों से काफी अलग है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर यहां एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है. जन्माष्टमी के दूसरे दिन बाबा मंदिर परिसर के 22 मंदिरों में दही-कादो उत्सव मनाया जाता है.
मान्यता है कि कृष्ण के जन्मदिवस को लेकर नंद गांव में दही मक्खन की होली खेली गई थी और उत्सव मनाया गया था. बाबा बैद्यनाथ मंदिर में सरदार पंडा द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ दही चढ़ाया जाता है. इसके अलावा बाबा नगरी के 22 मंदिरों में भी देवी देवताओं पर दही चढ़ाया जाता है, फिर सभी को लगा कर दही कादो उत्सव मनाया जाता है.
इससे पहले बाबा पर जलार्पण को रोक पट बंद कर दिया जाता और दही चढ़ाने के बाद फिर पुनः भक्तों के जलार्पण के लिए पट खोला जाता है. बहरहाल, बाबा मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के बाद दही कादो उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. देवघर में काफी वर्षों से यह परंपरा निभाई जा रही है. जो काफी अलौकिक और अनोखा है, जो अन्य मंदिरों से भिन्न है.