देवघर: जिले के 10 प्रखंडों में कृषि सिंगल विंडो सेंटर अचानक बंद कर दी गई. जिससे किसानों को मिलने वाली हर सुविधा की जानकारी अब नहीं मिल पाएगी. सिंगल विंडो सेंटर में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर बताते हैं कि देवघर जिले के 10 प्रखंडों में से 7 प्रखंडों में खोले गए सिंगल विंडो सेंटर विकास भारती नामक एनजीओ चला रहा था, जो अचानक 31 मार्च को कर्मियों के बिना जानकारी के ही स्थगित कर दिया गया.
सेंटर बंद होने के कारण कार्यरत लगभग 28 कर्मियों को पिछले पांच महीने का वेतन भी नहीं मिल पाया और सभी कर्मी बेरोजगार हो गए. बहरहाल, इस बाबत जब जिले के कृषि पदाधिकारी रामशंकर प्रसाद सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो इन्होंने फोन से जानकारी दी है कि जिले में दो एनजीओ कृषि सिंगल विंडो सेंटर चला रहे हैं.
ये भी पढ़ें- कोरोना काल में भुखमरी के कगार पर पहुंचे पेड़ा व्यवसायी, वैकल्पिक उपाय ढूंढने को मजबूर
कृषि पदाधिकारी ने बताया कि विकास भारती 7 प्रखंड में इस योजना को चला रही है. विभाग सभी को योजनो से लाभान्वित करने वाला सभी राशि एनजीओ को दे दिया है और एनजीओ की दायित्व है कि वो उन कर्मियों को वेतन भूगतान करे और 31 मार्च को सरकार के आदेश के बाद कृषि सिंगल विंडो सेंटर को स्थगित करने का आदेश भी दे दिया गया था जो अब पूरी तरह से बंद है.
कुल मिलाकर किसानों के लिए दिन रात एक करने वाले कर्मी को जहां लॉकडाउन का भी मार झेलना पड़ रहा है और साथ ही पांच महीने का बकाया वेतन भी नहीं मिल पाया है, जिससे अब उम्मीद भी टूट चुकी है.