देवघरः भारत में 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण नहीं दिखेगा. क्या होता है चंद्रग्रहण और विभिन्न राशियों पर पड़ता है अलग-अलग प्रभाव चंद्रग्रहण पर किनके लिए होगा शुभ और किनके लिए अशुभ तो चंद्रग्रहण पर क्या करे और क्या नहीं आइए जानते हैं.
चंद्रग्रहण क्या होता है
जानकारों की माने तो चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं तो चंद्रग्रहण की स्थिति होती है. 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण आषाढ़ शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि को धनु राशि में प्रवेश कर रहा है और राहु की दृष्टि सीधा धनु राशि पर पड़ रही है, जिस कारण सबसे ज्यादा प्रभावित धनु राशि होगा, लेकिन इस बार 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण भारत में नहीं दिखेगा.
कहां-कहां दिखेगा चंद्रग्रहण
वर्ष 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण इस बार भारत में नहीं दिखेगा. 5 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण सिर्फ विदेशों में ही दिखेगा जैसे अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में उपच्छाया प्रकार का होगा. इसमें चंद्रमा के प्रकार में कोई भी परिवर्तन नहीं होगा और इस प्रकार के ग्रहण को ग्रहण की श्रेणी से मुक्त रखा गया है. इस चंद्रग्रहण में सूतक काल नहीं माना जाएगा.
ग्रहण काल में क्या वर्जित है और क्या नहीं
ग्रहण काल चंद्रग्रहण हो या सूर्यग्रहण दोनों ही ग्रहण काल में सूतक माने जाने के कारण सभी मांगलिक कार्य, स्पर्श पूजा, भोजन नहीं करना चाहिए और सूतक काल में गर्भवती महिला रोगी, बच्चे और बुजुर्ग को इससे अलग रखा गया है और इनके लिए रखे भोजन में तुलसी डालकर रखा जाता है. सूतक काल में मंत्र जाप, हरि कीर्तन और जिस मंत्र का ज्ञान हो उसका जप करना चाहिए. ग्रहण काल के समाप्त होने के बाद घर में ही या फिर गंगा जल से स्नान कर दान बताया गया है, जो शुभकारी है.
चंद्रग्रहण किन राशियों पर है भारी और किनके लिए है शुभः-
1. धनु- राशि में ही चंद्रग्रहण लगने के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे
2. मेष- अशुभ
3. मिथुन- अशुभ
4. सिंह- अशुभ
5. तुला- अशुभ
6. कुम्भ- शुभ
7. वृषभ- अशुभ
8. कर्क- अशुभ
9. कन्या- अशुभ
10. वृश्चक- अशुभ
11. मकर- शुभ
12. मीन- शुभ