देवघर: जिले में लगातार देवघर पुलिस की ओर से चलाए जा रहे छापेमारी अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने 12 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन अपराधियों को सारठ के पथरडा ओपी थाना इलाके के गोबरशाला और रंगामटिया से गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के अनुसार सभी साइबर अपराधी अब पुलिसिया खौफ से अपने घरों में नहीं रह रहे हैं और सभी अब खेत खलिहान और जंगलों में रहकर साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस भी सभी को उसी ठिकाने से गिरफ्तार कर रही है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 15 मोबाइल, 21 सिमकार्ड और 2 मोटरसाइकिल बरामद किया गया है.
बहरहाल, गिरफ्तार सभी साइबर अपराधी देश के कोने-कोने से भोले-भाले लोगों को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से कस्टमर केयर अधिकारी और बैंक अधिकारी बन एटीएम बंद होने और केवायसी अपडेट करने के नाम पर कॉल कर ओटीपी प्राप्त कर साइबर ठगी का काम करते हैं. इसके अलावा आधार कार्ड नंबर लेकर लिंक खाता से पैसे की ठगी करना, फोन पे, पेटीएम, मनी रिक्वेस्ट भेजकर ओटीपी प्राप्त कर रुपये ठगी करना, गूगल पर विभिन्न प्रकार का वॉलेट, बैंक के फर्जी कस्टमर केयर नंबर, विज्ञापन देकर लोगों से सहायता के नाम पर ठगी करना, टीम व्युवर क्विक स्पोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल करवाकर गूगल पर मोबाइल नंबर का फर्स्ट फोर डिजिट सर्च कर अपने मन से सिक्स डिजिट एड कर साइबर ठगी जैसे काम करते हैं.
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ठगी का नया तरीका
अब एक और नई तकनीक इन अपराधियों ने खोज निकाली है जैसे upi wallets से ठगी किये गए पीड़ित को दोबारा उनके खाते में वापस करने के नाम पर पीड़ित के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ @ के साथ word add कर एक नया virtual private account (vpa) create (e.g-123456789@icici) कर उसे एक फर्जी account के साथ link कर लेते हैं और पीड़ित को payment wallets (phonepe, bhim upi) में to contact में जाकर upi pin को login करने को बोलते हैं और दोबारा ठगी कर लेते हैं.