चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों की जांच के लिए बनाए गए कक्ष में नियुक्त दो डॉक्टर दंपती के इस्तीफा सौंप कर चले जाने के बाद दोबारा उन्होंने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली है. डॉक्टर्स ने एफआईआर दर्ज करने की नौबत आने पर फिर से अपना योगदान अस्पताल में दे दिया है.
सदर अस्पताल के कोरोना वायरस ड्यूटी को लेकर इस्तीफा देने बाद अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर आलोक तिर्की और उनकी पत्नी डॉ. सौम्या तिर्की को 24 घंटे में काम पर लौटने को कहा था. इस संबंध में अस्पताल के सिविल सर्जन मंजू दुबे ने बताया कि सदर अस्पताल के दो डॉक्टर्स के व्हाट्सएप्प पर इस्तीफा देकर चले जाने के बाद उनसे फोन पर मेल के जरिए बात की गई है कि 24 घंटे में काम पर नहीं लौटने पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है, जिसके बाद दोनों डॉक्टरों ने सदर अस्पताल में फिर योगदान दे रहे हैं.
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सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों डॉक्टर्स ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी, जो नियम के खिलाफ है. हमने उन्हें बताया कि नौकरी पर अपना योगदान देने के बाद बिना एक महीने पहले सूचित किए आप नौकरी नहीं छोड़ सकते हैं. खासकर उस समय जब देश में महामारी की इमरजेंसी लागू की गई है. उस दौरान नौकरी छोड़ना नियम के खिलाफ हो सकता है. इसके बाद उन्होंने अपना योगदान सदर अस्पताल में दे दिया है और अपना काम सुचारू रूप से कर रहे हैं.