चाईबासा: लोकसभा चुनाव ऐतिहासिक बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने रोड मैप के अनुसार काम करना शुरू कर दिया है. पश्चिमी सिंहभूम में पार्टी मे चल रही गुटबाजी खत्म करने को लेकर बैठक हुई. जिसमें पीएम के आगामी दौरे को लेकर भी चर्चा हुई.
रविवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के मंडल अध्यक्षों, संगठन महामंत्री और कोर कमेटी के साथ चाईबासा स्थित केंद्रीय कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक की. इसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुटबाजी, आपसी मतभेद को दूर करते हुए मिशन 2019 को सफल बनाने के टिप्स दिए. इसके साथ ही उन्होंने आगामी 5 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाईबासा टाटा कॉलेज में आगमन की तैयारी के लिए कई दिशा निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को पीला चावल लेकर घर-घर नरेंद्र मोदी के आगमन का आमंत्रण देने को भी कहा है.
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मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपने क्षेत्रों को लेकर और उनके रुझान की भी जानकारी ली. पीएम मोदी के आगमन को लेकर पार्टी पूरे सिंहभूम क्षेत्र से भीड़ जुटाने की कवायद में जुट गई है. ताकि प्रधानमंत्री की बातें शहर से लेकर गांव और जंगल के अंतिम छोर में बसने वाले व्यक्ति तक पहुंचे. उनकी बातों से प्रभावित होकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में अपना मतदान करें. भीड़ जुटाने और अनुशासन में रह कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पश्चिम सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के सभी मंडल अध्यक्षों को कड़ी चेतावनी दी गई है. ताकि प्रधानमंत्री के समक्ष किसी भी तरह की गुटबाजी नजर न आए.
2014 में प्रधानमंत्री मोदी का आगमन चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में ही हुआ था, जिसमें उन्होंने बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने खुद को चायवाला और चाईबासा का कॉम्बीनेसन बताते हुए यहां के आदिवासी एवं मूलवासियों से वोट करने की अपील की थी. हालांकि यह बैठक पार्टी की अंदरूनी बैठक थी. पूरे कार्यक्रम से मीडिया को दूर रखा गया लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2014 से भी अधिक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन चाईबासा में होगा.