चाईबासा: कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों से सटे ओड़िशा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तीनों राज्यों की सीमा का लाभ उठाकर घटना को अंजाम देने वाले नक्सलियों का खात्मे और अपराधियों पर अंकुश लगाने को लेकर तीनों राज्यों की पुलिस ने रणनीति बनाई है. इसे लेकर कोल्हान प्रमंडल के सीमावर्ती राज्यों की पुलिस पदाधिकारियों के साथ नक्सल नियंत्रण को लेकर कोल्हान पुलिस उपनिरीक्षक राजीव रंजन सिंह ने विशेष बैठक की. जिसमें सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सल अभियान को तेज करना और नक्सली गतिविधि को कम करने पर विशेष चर्चा की गई.
कोल्हान डीआइजी राजीव रंजन ने बताया कि इंटरस्टेट बॉर्डर मीटिंग रखी गई थी. इसमें झारखंड, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक, सीआरपीएफ कमांडेंट पदाधिकारी और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. इस इंटरस्टेट बॉर्डर मीटिंग का मुख्य उद्देश्य था कि राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों पर कैसे विराम लगाया जाए. इसके लिए इंटरस्टेट ऑपरेशंस भी चलाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि नक्सली और अपराधी घटनाओं को अंजाम देकर सीमावर्ती राज्य में चले जाते हैं. उन्हें कैसे गिरफ्तार किया जाए इस पर सकारात्मक चर्चा हुई है. आने वाले दिनों में भी इस तरह की बैठक हर महीने की जाएगी. इसके अलावा नक्सली और अपराधी पर भी नकेल कसने की कवायद चल रही है. अपराधी भी इस तरह की गलतफहमी में ना रहे कि वह बॉर्डर क्रॉस करने से बच जाएंगे. पुलिस झारखंड उड़ीसा या पश्चिम बंगाल की हो सभी एक दूसरे से क्लोज कोआर्डिनेशन बनाकर दृढ़ संकल्पित है कि अपराधी और नक्सलियों गतिविधियों पर लगाएगी.
ये भी देखें- दो साल बाद परिवार के चेहरे पर लौटी मुस्कान, अफगानिस्तान में अपहृत मजदूर अब लौटेगा घर
इस बैठक में पश्चिम सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला जिले के पुलिस अधीक्षक, इसके अलावा पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम और पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक, ओडिसा के राउरकेला डीआईजी, क्योंझर और सुंदरगढ़ पुलिस अधीक्षक, साथ ही सीआरपीएफ डीआईजी और 174, 197, 193, 196, 60 बटालियन के कमांडेंट शामिल रहे