चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधीक्षक अनिल चौधरी और सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी की मौजूदगी में 'पढ़ना-लिखना अभियान' के सफल आयोजन को लेकर बैठक की गई. अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिलास्तर पर शासी निकाय का गठन किया जाना है, जिसमें अध्यक्ष के रूप में जिला के प्रभारी मंत्री, सदस्य सचिव के तौर पर जिला उपायुक्त औस सदस्य के रूप में क्षेत्र के सांसद, विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष और जिला शिक्षा अधीक्षक शामिल रहेंगे.
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बैठक के दौरान अभियान के तहत वालंटियर के रूप में शिक्षकों का चयन, उसके बाद प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनरों का चयन, जिसमें पूर्व से संचालित साक्षर भारत कार्यक्रम के जिला, प्रखंडस्तरीय कर्मियों से सहयोग प्राप्त करना, प्रखंड और शहरी क्षेत्र की समिति के गठन के लिए जिलास्तर पर टीम का गठन किया जाना, प्राप्त निरक्षरों की सूची को पोर्टल में अंकित करने के लिए स्थान, आवश्यक सामग्री, कंप्यूटर ऑपरेटर का चयन, पंचायत स्तर पर केंद्र का चयन और प्रवेशिका और शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत रूप से विचार विमर्श किया गया.
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बैठक के बाद उपायुक्त की ओर से अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पढ़ना-लिखना अभियान के तहत जिला के 12,000 निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरुष और महिलाओं को चयनित किया जाना है. चयनित लाभार्थियों में 25% पुरुष और 75% महिलाओं को शामिल किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत प्रमुख रूप से आजीविका मिशन, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका, सहायिका के परिवार और केंद्र से जुड़ी महिलाओं, विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे श्रमिकों, वन सुरक्षा समिति में शामिल व्यक्ति, स्वास्थ्य सहिया सहित जलसहिया, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के परिवारजनों को शामिल करते हुए अभियान को संचालित किया जाएगा.