चाईबासा: जिला प्रशासन आगामी 7 जुलाई को 5 हजार सोकपिट का निर्माण करवाने का प्लान बनाया है. जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूरे जिले में चिन्हित स्थानों पर ये सोकपिट बनेंगे. राज्य के मुख्य सचिव ने भी पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन के द्वारा इस पहल की सराहना की है.
जल शक्ति अभियान को लेकर दी गई जानकारी
चाईबासा जल संचयन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जल शक्ति कार्यक्रम के तहत एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जल संचयन के लिए चलाए जा रहे जिले में कई कार्यक्रमों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला स्तर से 1800 जल मीनार का निर्माण कराया जा रहा है. इन्हीं जल मीनार के साथ ही व्यर्थ होने वाले पानी के संचयन के लिए सोकपिट निर्माण की भी व्यवस्था की गई है.
आदित्य रंजन ने कहा कि आगामी 7 जुलाई को जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए 1 दिन में पूरे जिले में चिन्हित स्थानों पर 5000 सोकपिट का निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी जल्दी ही सोकपिट का निर्माण कराया जायेगा. जिले में संचालित होने वाली योजना की मुख्य सचिव झारखंड सरकार ने भी काफी सराहना की है.
जल संचयन कार्यक्रम को पूरे जिले में एक मुहिम की तरह चलाया जायेगा. सभी सरकारी कार्यालय और भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की भी प्रक्रिया जल्द ही आरंभ की जायेगी.
उन्होंने कहा कि जन शक्ति से जल शक्ति का निर्माण करना बेहतर विकल्प है. इससे पहले 2 हजार सोकपिट निर्माण का रिकॉर्ड बिहार का रहा है, लेकिन इस बार झारखंड रिकॉर्ड को तोड़कर लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करवाएगा.