बोकारो: केंद्र सरकार के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने मंगलवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि घोड़े को नहीं मिल रही घास और गधे खा रहे च्यवनप्राश. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि उनका इशारा किसी व्यक्ति की तरफ नहीं है, लेकिन जनता खुद निर्णय करें कि कौन गधा है और कौन घोड़ा.
बोकारो के वैशाली मैदान पर अपने निर्धारित कार्यक्रम से ढाई घंटे लेट पहुंचे नितिन गडकरी को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे. नितिन गडकरी ने भी मंच पर पहुंचते ही मोर्चा संभाल लिया. एक तरफ तो उन्होंने अपनी सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिनाया. नितिन गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने 17 हजार करोड़ से ज्यादा रुपये झारखंड को विकास के लिए दिए. एक तरफ तो झारखंड में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, तो वहीं हल्दिया से लेकर बनारस तक जल परिवहन मार्ग भी तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा भारत में खासकर झारखंड में प्रकृति ने दिल खोलकर प्राकृतिक संसाधन दिए हैं. बस संसाधनों का प्रयोग सही तरीके से करने की जरूरत है. गंगा सफाई पर उन्होंने कहा कि आज गंगा बहुत हद तक साफ हो चुकी है. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब कुम्भ आयोजन किया गया तब मलेशिया के प्रधानमंत्री भाग लेने आए थे, लेकिन वो बिना नहाए चले गए. क्योंकि तब गंगा इतनी गंदी थी कि उसमें नहाना तो दूर आचमन भी करना मुश्किल था. लेकिन आज गंगा बहुत साफ हो चुकी है.