चंदनकियारी, बोकारो: गुरुवार को चंदनकियारी के लोगों लिए लंबे समय का इंतजार खत्म हो गया है. अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जर्जर भवन में नहीं, बल्कि करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई गई आलीशान नए भवन में संचालित होगा. जिसका शुभारंभ चास अनुमंडल पदाधिकारी शशि प्रकाश सिंह और सिविल सर्जन डॉ अशोक पाठक ने शुभारंभ किया.
नव निर्मित भवन का शुभारंभ
एसडीएम ने नव निर्मित भवन में बनाए गए वार्डों, ओपीडी, लेवर रूम, एक्स रे रूम, स्त्री और प्रसूति कक्ष समेत सभी रूम की बारीकी से जांच की. स्वास्थ्य केंद्र को सूचारू और व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर श्रीनाथ को कई दिशा निर्देश भी दिए. मौकै पर एसडीएम ने कहा कि चंदनकियारी की जनता के लिए यह ऐतिहासिक दिन है. दस वर्षों से प्रतीक्षारत भवन में जनता को समर्पित करते हुए अब इस नए भवन में बेहतर चिकित्सा सेवा का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि यहां कई अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से जांच और इलाज किया जाएगा.
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बेहतर इलाज मिलेगा
वहीं, सिविल सर्जन ने चिकित्सा प्रभारी को स्वास्थ्य संबंधित कई टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि अब सही मायने में यहां की जनता को बेहतर इलाज मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि सिचित्सक प्रभारी को मरीजों की बेहतर इलाज करने का दिशा निर्देश दिया है. इससे पूर्व एसडीएम शशि प्रकाश सिंह, सिविल सर्जन डॉ अशोक पाठक, प्रमुख हसिरता रजवार और अन्य ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में वृक्षारोपण किया. मौके पर विधायक प्रतिनिधि विनोद गोराई, सांसद प्रतिनिधि निमाईलाल महथा, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष देवाशीष मंडल, विरंचि महथा, कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार, जिला अभियंता हरी दास, गौतम माहथा समेत अन्य उपस्थित रहे.
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रैयतों ने नियोजन की मांग को लेकर किया गेट को जाम
प्रसाशनिक पदाधिकारियों के अस्पताल पहुंचने से पूर्व इंद्रटांड़ के कई रैयतों ने अस्पताल में चतुर्थ वर्गीय पदों पर नियोजन की मांग को लेकर अस्पताल के पीछे की एक गेट को बांस और झाड़ियों से जाम कर दिया. ताकि कोई भी वाहन और लोग इस गेट से होकर आवाजाही न कर सकें. इसकी सूचना मिलते ही डॉ श्रीनाथ और प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ केके चौधारी गेट पर पहुंचे और रैयतों से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया. जहां मौके पर पहुंचे एसडीएम ने सभी रैयतों को अपने कार्यालय में बैठकर इस मुद्दे पर वार्ता के लिए बुलाया है. रैयतों ने कहा कि उक्त अस्पताल को बनाने उन लोगों ने जमीन दी है, पर जब रोजी रोटी कमाने का वक्त आया तो प्रखंड प्रशासन और अस्पताल प्रशासन ने मिलकर इंद्रटांड़ के रास्ते को बंद करते हुए पीछे से रास्ता खोलने का प्रयास कर रही है. जबकि पहले से ही एक मुख्यपथ मौजूद है. रैयतों में आनंद बाउरी, दुर्योधन बाउरी समेत अन्य ने कहा कि अस्पातल निर्माण के लिए जमीन देने के नाते चतुर्थ वर्गीय पदों पर नियोजन का हक बनता है.