बोकारो: मौसम की तपिश के साथ इन दिनों झारखंड का राजनीतिक पारा चढ़ता ही जा रहा है. जेएमएम विधायक जय प्रकाश भाई पटेल के बीजेपी के समर्थन के बयान के बाद मानो भूचाल सा आ गया है. इस बयान के बाद से जेएमएम और आजसू के बीच तनातनी बढ़ गई है.
दरअसल, जयप्रकाश भाई पटेल को आस थी कि उन्हें पार्टी गिरिडीह से लोकसभा का टिकट देगी. उन्होंने अपनी इस भावना से आलाकमान को अवगत भी करा दिया था. लेकिन जगरनाथ महतो के नाम की घोषणा हुई. इसके बाद 19 अप्रैल को उनका बयान सामने आया. जिसके बाद से अब तक इस पर चर्चा जारी है कि आखिर जेपी पटेल ने जेएमएम के खिलाफ बगावती तेवर क्यों अपनाया.
उनके इस बयान के बाद से जुबानी जंग भी देखने को मिल रही है. जयप्रकाश पटेल के ससुर और पूर्व मंत्री मथुरा महतो ने इसे आत्मघाती कदम बताया है. लेकिन लगे हाथ ससुर जी ने इसे जय प्रकाश पटेल का निजी फैसला भी बता दिया. तो वहीं, गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी जगरनाथ महतो का कहना है कि जयप्रकाश भाई पटेल ने टेकलाल महतो का नाम बेचा है.
इधर, पटेल प्रकरण के जवाब पर पलटवार करते हुए आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने इसे स्वाभिमान की लड़ाई बताया. उन्होंने कहा कि पटेल ने एनडीए पर आस्था जताया है और एनडीए के समर्थन में आने की बात कही है, वो उनके विचारों का सम्मान करते हैं. साथ ही जेएमएम पर प्रहार करते हुए कहा कि पूरा राज्य और देश 1993 के कांड को भुला नहीं है.