नई दिल्ली: देश की दिग्गज दवा निर्माता कंपनियों जुबिलंट लाइफ साइंसेज, हेटेरो तथा सिप्ला ने अमेरिकी दवा कंपनी गिलियड के साथ मिलकर कोरोना वायरस के इलाज में कारगर मानी जानी वाली दवा रेमडेसिवीर बनाने के लिए एक करार किया है.
दवा कंपनी सिप्ला लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने गिलीड साइंसेज के साथ कोविड-19 के इलाज की संभावित दवा रेमेडिसविर के विनिर्माण और वितरण के लिए गैर-विशेष लाइसेंसिंग समझौता किया है.
ये भी पढ़ें- आर्थिक पैकेज को लेकर शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
अमेरिकी खाद्य एवं दवा प्रशासन (एफडीए) ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए इस दवा को आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति दी है. कंपनी ने एक बयान में कहा, "दुनिया भर में इस महामारी से पीड़ित मरीजों को जीवन-रक्षक इलाज उपलब्ध कराने के सिप्ला के प्रयासों के तहत यह समझौता किया गया है."
समझौते के तहत जुबिलंट लाइफ साइंसेज, हेटेरो तथा सिप्ला को एपीआई (एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट) और अंतिम उत्पाद के विनिर्माण तथा भारत और दक्षिण अफ्रीका सहित 127 देशों में इसके विपणन की अनुमति मिलेगी. इन दवाओं का विपणन जुबिलंट लाइफ साइंसेज, हेटेरो तथा सिप्ला के ब्रांड नाम के तहत किया जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)