रांची: झारखंड विधानसभा में गुरुवार को सिंहभूम जिले में 400 करोड़ की बिजली चोरी का मामला उठा. झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि 6 कंपनियों ने कथित रूप से बिजली चोरी की है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस काम में बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों ने भी मदद की है.
झाविमो विधायक ने कहा कि इस बात के प्रमाण फीडर के मीटर और कंपनियों के मीटर के अंतर से भी हुआ है. उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला 400 करोड़ का है इस पर सरकार को तुरंत दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी भी बनी थी और उसने रिपोर्ट दी थी.
एसआईटी की रिपोर्ट का किया जिक्र
प्रदीप यादव ने कहा कि एसआईटी की रिपोर्ट में यह साफ जिक्र है कि बिजली विभाग के 19 अधिकारियों की मिली भगत बिजली चोरी में कथित रूप से रही है. ऐसे में राज्य को सरकार उन अधिकारियों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए. वहीं, इस पर जवाब देते हुए प्रभारी मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि यह मामला 400 करोड़ का नहीं बल्कि 7.96 करोड़ का है.
मामले पर सरकार गंभीर
सीपी सिंह ने कहा कि इस मामले में सरकार गंभीर है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी दोषी पाया जाता है कि उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शहरी विकास मंत्री ने कहा कि गलत काम करने वाली कंपनी खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी समीक्षा कर सरकार कार्रवाई कर आगे बढ़ेगी.
फरक्का से पानी लाने पर हो रही समस्या का जल्द होगा समाधान
वहीं, एक अन्य सवाल के जवाब में जल संसाधन मंत्री सीपी चौधरी ने कहा कि फरक्का से पानी लाने के लिए सरकार काम कर रही है और क्षेत्रीय अभियंता से बात कर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश जारी है. मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में कहा कि अधिक से अधिक सिंचाई सुविधा दी जाए इसके लिए राज्य सरकार ने विभाग को निर्देश दिया है.
जले ट्रांसफर्मर का उठा मुद्दा
सदन में बीजेपी के राधा कृष्ण किशोर ने पलामू जिले में जले हुए ट्रांसफार्मर का मामला उठाया उन्होंने कहा की उन इलाकों में 2563 और 100 केवी के ट्रांसफार्मर जल चुके हैं. इस पर मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि मार्च 2019 तक यह काम पूरा हो जाएगा.