धनबाद: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि बिल का विरोध कोयलांचल में भी लगातार देखने को मिल रहा है. भारत बंद के मद्देनजर शुक्रवार को वामपंथी पार्टियों के साथ-साथ विभिन्न विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कृषि बिल को वापस लेने की मांग की.
वामपंथी पार्टियों और अन्य पार्टियों के आवाहन पर भारत बंद को लेकर धनबाद में भी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी और राष्ट्रीय जनता दल की ओर से भारत बंद का समर्थन करते हुए धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर मानव श्रृंखला बनाकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया. किसान बिल को वापस लेने सहित निजीकरण का जमकर विरोध किया गया.
देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए वामपंथी दल सीपीआईएम, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी सहित मजदूर संगठन और आरजेडी की तरफ से धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रकट किया गया. इनके हाथों में तख्तियां भी थी, जिसमें किसान बिल वापस लेने, सार्वजनिक उपकरण का निजीकरण नहीं करने संबंधित नारे लिखे गए थे.
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वामपंथी दल के नेताओं का कहना था कि मोदी सरकार किसान विरोधी बिल पारित कर किसानों के अधिकारों को दबा रही है. इसके साथ ही कहा कि मोदी सरकार सारे सार्वजनिक कंपनियां को निजी हाथों में बेच रही है, जिससे मजदूरों का भी अधिकार छीनने का काम कर रही है. जिससे मजदूर भी बेरोजगार हो रहे हैं. इसे लेकर भारत बंद को लोगों ने समर्थन किया है. नेताओं ने कहा कि पूरे देश के सरकारी सेक्टर को केंद्र सरकार निजी हाथों में बेचने का प्रयास कर रही है, जो सफल होने नहीं दिया जाएगा.