गिरिडीह: साइबर थाना में साइबर अपराध को लेकर दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है. एक प्राथमिकी अहिल्यापुर थाना के प्रशिक्षु दरोगा डील्सन विरूआ के बयान पर दर्ज किया गया है. वहीं, दूसरी प्राथमिकी बेंगाबाद थाना के प्रशिक्षु दरोगा ओम प्रकाश चौहान के बयान पर दर्ज किया गया है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को रविवार को केंद्रीय कारा गिरिडीह भेज दिया.
पांच अपराधी गिरफ्तार
साइबर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के पहरमा नवासी चंद्रदेव मंडल, गांडेय थाना क्षेत्र के भलुआ निवासी मुन्ना मंडल उर्फ रामजी मंडल, बेंगाबाद थाना क्षेत्र के फुरसोडीह के सिकंदर मंडल, मिथलेश मंडल और मानसिंगडीह के दिलीप यादव को जेल भेजा गया है. दिलीप यादव पूर्व में बोकारो जिला से साइबर क्राइम के मामले में जेल गए थे. उन्होंने बताया जेल गए सभी अपराधी साइबर क्राइम से लाखों रुपए की कमाई कर चुके हैं. पूछताछ में इन पांचों साइबर अपराधियों ने अपना अपराध स्वीकार किया है.
ये भी पढ़े-केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने धर्मेंद्र तिवारी को किया सम्मानित, कहा- झारखंड के लिए गर्व की बात
घोरपहरी जंगल से तीन पकड़ाए
दर्ज दूसरी प्राथमिकी में बेंगाबाद थाना के प्रशिक्षु दारोगा ओम प्रकाश चौहान ने कहा कि 02 अक्टूबर को गुप्त सूचना मिली कि मानसिंहडीह के घोरपहरी जंगल में कुछ लड़के साइबर अपराध कर रहे हैं. इसी सूचना पर छापामारी की गई. छापामारी के दौरान पुलिस को देखते ही जंगल में बैठे लड़के भागने लगे. खदेड़कर तीन लड़कों को पकड़ा गया. पकड़े गए लड़कों ने पूछताछ में अपना नाम सिकंदर मंडल, मिथलेश मंडल, मानसिंगडीह और दिलीप यादव बताया.