धनबाद: बंगाल में डॉक्टर के साथ मारपीट और बदसलूकी को लेकर जिले के डॉक्टर हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों की हड़ताल के बाद मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी और इनडोर सेवा बहाल है. आईएमए सहित डॉक्टरों के सभी संगठन इस देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में खड़े हैं.
कोलकाता के नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के विरोध में सोमवार को सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी सेवा पूरी तरह से बाधित है. हालांकि, इमरजेंसी और इनडोर सेवा चालू है. पीएमसीएच के ओपीडी में सुबह से ही मरीजों का आना शुरू हो चुका है. सुबह में ओपीडी का रजिस्ट्रेशन काउंटर भी खुला था. बाहर से आए करीब 396 मरीजों का रजिस्ट्रेशन भी हुआ. बाद में पीएमसीएच अधीक्षक के निर्देश पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन बंद करा दिया गया.
ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीज बेहद परेशान दिखे. मरीजों ने बताया कि इलाज के लिए पहुंचे थे, लेकिन यहां आकर मालूम चला कि डॉक्टर आज हड़ताल पर हैं. वे निराश होकर अपने घरों को लौट गए. आईएमए के उपाध्यक्ष सह पीएमसीएच के डॉ. विभूति नारायण ने कहा कि आईएमए सहित डॉक्टरों के सभी संगठन इस देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में खड़े हैं. उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो डॉक्टरों की सिर्फ एक ही डिमांड है.