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सेंट्रल जेल में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष, एक बंदी की मौत, 3 घायल

जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में फोन पर बातचीत को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट हुई. ये मारपीट घाघीडीह जेल में पंकज दुबे गिरोह और अखिलेश सिंह गिरोह के बीच हुई. इसमें मनोज सिंह नाम के बंदी की मौत हो गई. वहीं 3 बंदी घायल हो गए.

जानकारी देता घायल बंदी
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Published : Jun 26, 2019, 2:55 AM IST

जमशेदपुर: परसुडीह स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल में फोन पर बातचीत को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट हुई. ये मारपीट घाघीडीह जेल में पंकज दुबे गिरोह और अखिलेश सिंह गिरोह के बीच हुई. इसमें मनोज सिंह नाम के बंदी की मौत हो गई. वहीं 3 बंदी घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी देता घायल बंदी


सुमित सिंह वर्ष 2019 में तपन दास हत्यकांड में जेल में बंद था. शाम 5 बजे जेल बूथ पर लाइन में खड़ा था. फोनबूथ पर बातचीत को लेकर झड़प हुई. इस दौरान ब्लेड से आकर किसी ने हमला किया, जिसमें सुमित के साथ-साथ अविनाश श्रीवास्तव, सोनू लाल समेत कई जख्मी हो गए. वहीं मृतक मनोज सिंह के परिजनों का कहना है प्रसाशन ने मनोज सिंह की हत्या करवाई है. 6 महीने पहले भी मनोज से जेल में हाथापाई की गई थी. जेलर के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई मनोज एमजीएम अस्पताल में सीरियस है. परिजन जब एमजीएम पहुंचे तो मनोज मर चुका था. मनोज दहेज प्रताड़ना के केस में बंद था. परिजनों के अनुसार दस दिनों के बाद ही मनोज को कोर्ट से बेल मिलने वाली थी.

जमशेदपुर: परसुडीह स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल में फोन पर बातचीत को लेकर दो गुटों में जमकर मारपीट हुई. ये मारपीट घाघीडीह जेल में पंकज दुबे गिरोह और अखिलेश सिंह गिरोह के बीच हुई. इसमें मनोज सिंह नाम के बंदी की मौत हो गई. वहीं 3 बंदी घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी देता घायल बंदी


सुमित सिंह वर्ष 2019 में तपन दास हत्यकांड में जेल में बंद था. शाम 5 बजे जेल बूथ पर लाइन में खड़ा था. फोनबूथ पर बातचीत को लेकर झड़प हुई. इस दौरान ब्लेड से आकर किसी ने हमला किया, जिसमें सुमित के साथ-साथ अविनाश श्रीवास्तव, सोनू लाल समेत कई जख्मी हो गए. वहीं मृतक मनोज सिंह के परिजनों का कहना है प्रसाशन ने मनोज सिंह की हत्या करवाई है. 6 महीने पहले भी मनोज से जेल में हाथापाई की गई थी. जेलर के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई मनोज एमजीएम अस्पताल में सीरियस है. परिजन जब एमजीएम पहुंचे तो मनोज मर चुका था. मनोज दहेज प्रताड़ना के केस में बंद था. परिजनों के अनुसार दस दिनों के बाद ही मनोज को कोर्ट से बेल मिलने वाली थी.

Intro:एंकर-- जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष में एक बंदी की मौत तीन घायल.एक घायल को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया.दो का ईलाज घाघीडीह जेल में चल रहा है.एक रिपोर्ट।


Body:वीओ1--परसुडीह स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल में फ़ोन पर बातचीत को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई.घाघीडीह जेल में पंकज दुबे गिरोह और अखिलेश सिंह गिरोह के बीच मारपीट हुई.जिसमें मनोज सिंह नामक बंदी की मौत हो गई.सुमित सिंह वर्ष 2019 में तपन दास हत्यकांड में जेल में बंद था.शाम 5 बजे जेल बूथ पर लाइन में खड़ा था.फोनबुथ पर बातचीत को लेकर झड़प हुई.ब्लेड से आकर किसी ने हमला किया जिसमें सुमित के साथ-साथ अविनाश श्रीवास्तव,सोनू लाल समेत कई जख्मी हैं।
बाइट--सुमित सिंह(घायल बंदी)
वीओ2--वहीं मृतक मनोज सिंह के परिजनों का कहना है प्रसाशन ने मनोज सिंह की हत्या की है.छः महीने पहले भी मनोज पर जेल में हाँथापाई की गई थी.जेलर के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई मनोज एमजीएम अस्पताल में सीरियस है.परिजन जब एमजीएम पहुँचे मनोज मर चुका था.मनोज दहेज प्रताड़ना के केस में बंद था. परिजनों के अनुसार दस दिनों के बाद ही मनोज को कोर्ट से बेल मिलने वाली थी।
बाइट--पिता(मनोज सिंह)
वीओ3--जिले के प्रासशानिक अधिकारियों ने बताया सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुँचे हैं.बंदी मनोज सिंह की मृत्यु हो गई है।
बाइट--प्रसाशनिक अधिकारी


Conclusion:बहरहाल साम्राज्य स्थापित करने के लिए जेल में खूनी संघर्ष का कोहराम पहले भी कई बार हो चुका है.अब देखना ये है कि प्रासशानिक अधिकारी हत्या की इस गुत्थी को कब तक सुलझाते हैं
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