बगोदर, गिरिडीह: सरकारी स्तर पर राज्य सरकार की ओर से कार्डधारियों के बीच की जाने वाले प्रति महीने एक रुपए प्रति किलो चावल वितरण में गोलमाल किए जाने का मामला सामने आया है. बीडीओ के की गई जांच में इसका खुलासा हुआ है. इस गड़बड़ी में प्रभारी एमओ, परिवहन अभिकर्ता के अलावा चार डीलरों को आरोपी बनाया गया है. बीडीओ ने जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंपते हुए गड़बड़ी करने वाले डीलरों की अनुज्ञप्ति रद्द करने, प्रभारी एमओ का निलंबन करने और परिवहन अभिकर्ता को ब्लैकलिस्टेड करने की अनुशंसा की गई है. डीलरों पर कार्डधारियों के बीच जून महीने का चावल वितरण नहीं किए जाने का आरोप है.
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जून में चावल वितरण में गड़बड़ी
जून महीने में चावल वितरण में गड़बड़ी किए जाने का मामला सामने आया है. कोरोना काल को लेकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत कार्डधारियों के बीच मात्र चावल वितरण किया गया है जबकि राज्य सरकार की ओर से की जाने वाली प्रति महीने एक रूपए किलो चावल का वितरण नहीं किया गया है. एसडीएम को भेजी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि जरमुन्ने पश्चिमी पंचायत और चोधरीबांध के मुखिया और लाभुकों की ओर से जून महीने में राज्य सरकार के वितरण किए जाने वाली प्रति रूपए किलो चावल का वितरण कार्डधारियों के बीच नहीं किया गया है. बता दें कि इस मामले को लेकर चौधरी बांध के मुखिया प्रतिनिधि सह भाजयुमो नेता प्रेमचंद साहू ने धरना-प्रर्दशन किए जाने की तैयारी की थी. मगर एसडीएम के मामले में जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद धरना-प्रर्दशन स्थगित कर दिया गया था. तत्पश्चात बीडीओ को मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई थी.
एमओ सहित छः पर गिर सकता है गाज
इस मामले में बगोदर के प्रभारी एमओ उमाशंकर प्रसाद, परिवहन अभिकर्ता दीपेश कुमार, जरमुन्ने पश्चिमी पंचायत अंतर्गत संतुरपी के डीलर भूनेश्वर पंडित, माहुरी के डीलर उषा देवी, चौधरी बांध पंचायत के उल्लीबार के डीलर बासुदेव प्रसाद साहु और इसी पंचायत के चौधरी बांध अंतर्गत हरिजन टोला के डीलर मो प्रमीला देवी पर गाज गिरने की पूरी संभावना है. बीडीओ मनोज गुप्ता के एसडीएम राम कुमार मंडल को सौंपे गए जांच रिपोर्ट में जून महीने में चावल वितरण में गड़बड़ी के लिए उपरोक्त सभी को दोषी पाया गया है. इधर सूत्रों का कहना है कि मामले में गहराई से जांच होने पर बड़ी संख्या में डीलरों के फंसने की पूरी संभावना है.