ETV Bharat / bharat

Women’s Day Special : 8 साल की जोया का सपना पूरा, पायलट बन कई लोगों की बनीं प्रेरणा - पायलट बन कई लोगों की बनी प्रेरणा

Women’s Day Special 1st March to 8th March: विश्व महिला दिवस पर 'ईटीवी भारत' लाया है, आपके लिए खास पेशकश 'अस्तित्व'. अस्तित्व में आज हम आपको मिलवाएंगे महिला पायलट जोया अग्रवाल से जिन्होंने आठ साल की उम्र में जो सपना देखा उसे सच कर दिखाया और बन गईं कई लोगों की प्रेरणा.

Women’s Day Special
विश्व महिला दिवस
author img

By

Published : Mar 5, 2022, 3:05 PM IST

नई दिल्ली: एक बच्ची जिसने आठ साल की उम्र में सपना देखा...सपना सितारों को छूने और आसमानों में उड़ने का... सपने सिर्फ सपने हों...तो भला कब पूरे होते हैं, लेकिन इन सपनों में अरमानों के पंख लगें और दिल की बेकरारी भी शामिल हो तो ऐसे सपने ज़िंदगी में जरूर पूरे होते हैं. यही ज़ोया अग्रवाल के साथ भी हुआ. उनके सपने आज सपने नहीं...ज़िंदगी की हक़ीक़त है...हक़ीक़त भी वो...जिससे दुनिया को प्रेरणा मिले.

जोया अग्रवाल अपनी मेहनत और लगन से सफल हुईं और एयर इंडिया की महिला पायलट और संयुक्त राष्ट्र में महिला प्रवक्ता बनीं. जोया अग्रवाल जो कि एयर इंडिया की कमांडर हैं और पूरी दुनिया में बोइंग 777 विमान उड़ा रही हैं. उनके पास करीब 11 साल से भी अधिक का उड़ान का अनुभव है. जोया अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं.

विश्व महिला दिवस पर खास

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर Etv bharat से बात करते हुए कैप्टन ज़ोया अग्रवाल ने बताया कि 2013 में जब वो कैप्टन बनीं तो उनकी मां रो पड़ीं, लेकिन ये आंसू खुशी के थे. उन्होंने बताया कि मैं एक ऐसी जगह से आती हूं जहां मुझे ऐसे सपने देखने की इजाजत भी नहीं थी और मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर भरोसा किया जिसने मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे प्रेरित किया कि कुछ भी असंभव नहीं है.

पायलट बन कई लोगों की बनीं प्रेरणा
पायलट बन कई लोगों की बनीं प्रेरणा

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022: घूंघट में ही रह जाता शारदा सिन्हा का टैलेंट...अगर सास से ना मिलता चैलेंज

कैप्‍टन जोया अग्रवाल ने कहा कि 'मैं बहुत ही सौभाग्‍यशाली हूं. संयुक्त राष्ट्र महिला जैसे मंच पर अपने देश और एयर इंडिया के ध्वजवाहक के तौर पर प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है. दुनिया भर में अपने देश का मान बढ़ाने के लिए मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं.' उन्होंने कहा 'मैं गर्व के साथ इस वर्दी में राष्ट्र की सेवा करने का अवसर पाने के लिए हमारी सरकार और मेरी एयरलाइन की आभारी हूं, जिसने मुझे संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं के वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के लिए यहां पहुंचने की अनुमति दी है.'

ईटीवी भारत पर मिलिए महिला पायलट जोया अग्रवाल से
ईटीवी भारत पर मिलिए महिला पायलट जोया अग्रवाल से

ये भी पढ़ें: Women’s Day Special: मिलिए मशरूम की खेती करने वाली मशरूम लेडी "जायदा" से...

हर महिला को सपने देखने जरूरी : हर महिला को सपने देखना चाहिए और उन्हें पूरा करने के लिए खुद पर विश्वास करना चाहिए, चाहे उनकी मुश्किलें कुछ भी हों. कड़ी मेहनत करें, ध्यान केंद्रित और समर्पित रहें, अपना 100 प्रतिशत दें, लेकिन कभी हार न मानें. कैप्टन जोया अग्रवाल एयर इंडिया में कमर्शियल पायलट और कमांडर हैं.

2021 में जोया अग्रवाल ने रचा था इतिहास : साल 2021 की शुरुआत में जोया ने कुछ ऐसा किया था जो इतिहास में दर्ज हो गया. दरअसल, जोया ने एयर इंडिया की महिला टीम के साथ भारत के लिए सबसे लंबी नॉन-स्टॉप कामर्शियल फ्लाइट उड़ाकर नया इतिहास लिखा था. सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु की इस दूरी को बिना रुके पूरा कर जोया ने एक नया रिकॉर्ड बनाया. जिसके बाद उनकी जमकर प्रशंसा भी की गई.

पढ़ें- महिला दिवस विशेष : लोकसंगीत की 'मालिनी', जिनके स्वर से लोकगीत महक उठे

नई दिल्ली: एक बच्ची जिसने आठ साल की उम्र में सपना देखा...सपना सितारों को छूने और आसमानों में उड़ने का... सपने सिर्फ सपने हों...तो भला कब पूरे होते हैं, लेकिन इन सपनों में अरमानों के पंख लगें और दिल की बेकरारी भी शामिल हो तो ऐसे सपने ज़िंदगी में जरूर पूरे होते हैं. यही ज़ोया अग्रवाल के साथ भी हुआ. उनके सपने आज सपने नहीं...ज़िंदगी की हक़ीक़त है...हक़ीक़त भी वो...जिससे दुनिया को प्रेरणा मिले.

जोया अग्रवाल अपनी मेहनत और लगन से सफल हुईं और एयर इंडिया की महिला पायलट और संयुक्त राष्ट्र में महिला प्रवक्ता बनीं. जोया अग्रवाल जो कि एयर इंडिया की कमांडर हैं और पूरी दुनिया में बोइंग 777 विमान उड़ा रही हैं. उनके पास करीब 11 साल से भी अधिक का उड़ान का अनुभव है. जोया अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं.

विश्व महिला दिवस पर खास

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर Etv bharat से बात करते हुए कैप्टन ज़ोया अग्रवाल ने बताया कि 2013 में जब वो कैप्टन बनीं तो उनकी मां रो पड़ीं, लेकिन ये आंसू खुशी के थे. उन्होंने बताया कि मैं एक ऐसी जगह से आती हूं जहां मुझे ऐसे सपने देखने की इजाजत भी नहीं थी और मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर भरोसा किया जिसने मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे प्रेरित किया कि कुछ भी असंभव नहीं है.

पायलट बन कई लोगों की बनीं प्रेरणा
पायलट बन कई लोगों की बनीं प्रेरणा

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022: घूंघट में ही रह जाता शारदा सिन्हा का टैलेंट...अगर सास से ना मिलता चैलेंज

कैप्‍टन जोया अग्रवाल ने कहा कि 'मैं बहुत ही सौभाग्‍यशाली हूं. संयुक्त राष्ट्र महिला जैसे मंच पर अपने देश और एयर इंडिया के ध्वजवाहक के तौर पर प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है. दुनिया भर में अपने देश का मान बढ़ाने के लिए मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं.' उन्होंने कहा 'मैं गर्व के साथ इस वर्दी में राष्ट्र की सेवा करने का अवसर पाने के लिए हमारी सरकार और मेरी एयरलाइन की आभारी हूं, जिसने मुझे संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं के वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के लिए यहां पहुंचने की अनुमति दी है.'

ईटीवी भारत पर मिलिए महिला पायलट जोया अग्रवाल से
ईटीवी भारत पर मिलिए महिला पायलट जोया अग्रवाल से

ये भी पढ़ें: Women’s Day Special: मिलिए मशरूम की खेती करने वाली मशरूम लेडी "जायदा" से...

हर महिला को सपने देखने जरूरी : हर महिला को सपने देखना चाहिए और उन्हें पूरा करने के लिए खुद पर विश्वास करना चाहिए, चाहे उनकी मुश्किलें कुछ भी हों. कड़ी मेहनत करें, ध्यान केंद्रित और समर्पित रहें, अपना 100 प्रतिशत दें, लेकिन कभी हार न मानें. कैप्टन जोया अग्रवाल एयर इंडिया में कमर्शियल पायलट और कमांडर हैं.

2021 में जोया अग्रवाल ने रचा था इतिहास : साल 2021 की शुरुआत में जोया ने कुछ ऐसा किया था जो इतिहास में दर्ज हो गया. दरअसल, जोया ने एयर इंडिया की महिला टीम के साथ भारत के लिए सबसे लंबी नॉन-स्टॉप कामर्शियल फ्लाइट उड़ाकर नया इतिहास लिखा था. सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु की इस दूरी को बिना रुके पूरा कर जोया ने एक नया रिकॉर्ड बनाया. जिसके बाद उनकी जमकर प्रशंसा भी की गई.

पढ़ें- महिला दिवस विशेष : लोकसंगीत की 'मालिनी', जिनके स्वर से लोकगीत महक उठे

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.