नई दिल्ली : जी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (Sony Pictures Networks India) के बीच विलय (Merge) की घोषणा कर दी गई है. ZEEL के बोर्ड ने विलय को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. सोनी मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में 11,605.94 करोड़ रुपए निवेश करेगी. वहीं पुनीत गोयनका मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और सीईओ बने रहेंगे. मर्जर के बाद जी एंटरटेनमेंट के पास 47.07 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. जबकि सोनी पिक्चर्स के पास 52.93 फीसदी हिस्सेदारी होगी. साथ ही विलय कंपनी को भी शेयर बाजार में लिस्ट कराया जाएगा.
बोर्ड के डायरेक्टर को मनोनीत करेगा सोनी ग्रुप
इसके अलावा दोनों कंपनी के टीवी कारोबार, डिजिटल सम्पत्ति, प्रोडक्शन ऑपरेशंस और प्रोग्राम लाइब्रेरी का भी विलय किया जाएगा. ZEEL और सोनी पिक्चर नेटवर्क इंडिया (SPNI) के बीच एक्सक्लूसिव नॉन-बाइंडिंग टर्म शीट का करार हुआ है. डील का ड्यू डिलिजेंस अगले 90 दिनों में पूरा होगा. मौजूदा प्रोमोटर फैमिली जी के पास अपनी शेयरहोल्डिंग को 4 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का विकल्प होगा. बोर्ड में ज्यादातर डायरेक्टर को मनोनीत करने का अधिकार सोनी ग्रुप के पास ही होगा. बोर्ड ने कंपनी के वित्तीय मामलों के अलावा भविष्य में होने वाले विस्तार योजना पर भी बात की है. बोर्ड ने कहा है कि मर्जर से शेयरहोल्डर और हिस्सेदारों के हितों का कोई नुकसान नहीं होगा.
मर्जर की खास व बड़ी बातें
- जी एंटरटेनमेंट-सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच विलय की घोषणा.
- जी एंटरटेनमेंट के बोर्ड ने विलय के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी.
- विलय के बाद भी पुनीत गोयनका एमडी और सीईओ बने रहेंगे.
- सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट विलय के बाद $157.5 करोड़ निवेश करेगी.
- निवेश की रकम का इस्तेमाल ग्रोथ के लिए किया जाएगा.
- विलय के बाद सोनी एंटरटेनमेंट मेजॉरिटी शेयरहोल्डर होगी.
- दोनों पक्षों के बीच नॉन बाइंडिंग टर्मशीट साइन किया गया.
- 90 दिनों के भीतर दोनों पक्ष ड्यू डिलिजेंस का काम करेंगे.
- विलय के बाद भी कंपनी भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड होगी.
- दोनों पक्षों के बीच में नॉन कंपीट एग्रीमेंट भी साइन होगा.
विलय और नए निवेश के बाद कैसे बदलेगी हिस्सेदारी
- मौजूदा स्थिति में ZEEL के शेयरहोल्डर्स का हिस्सा 61.25 फीसदी होगा.
- $157.5 करोड़ निवेश के निवेश के बाद हिस्सेदारी में बदलाव आएगा.
- निवेश के बाद ZEEL के निवेशकों का हिस्सा करीब 47.07 फीसदी होगा.
- सोनी पिक्चर्स के शेयरहोल्डर्स का हिस्सा 52.93% रहने का अनुमान
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) ने एक बयान में कहा कि उसकी मूल कंपनी सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट आगे और निवेश करेगी, ताकि एसपीएनआई के पास लगभग 1.575 अरब अमेरिकी डॉलर का नकद अधिशेष हो. एसपीएनआई ने कहा कि संयुक्त कंपनी से सभी हितधारकों को लाभ मिलने की उम्मीद है. सौदे के अनुसार संयुक्त कंपनी में एसपीएनआई के शेयरधारकों की बहुलांश हिस्सेदारी होगी.
जील के अनुसार जील और एसपीएनआई के मौजूदा अनुमानित इक्विटी मूल्यों के आधार पर, जील के पक्ष में सांकेतिक विलय अनुपात 61.25 प्रतिशत है. जील ने आगे कहा, 'हालांकि, एसपीएनआई में वृद्धि पूंजी के प्रस्तावित निवेश के बाद नई इकाई में जील की हिस्सेदारी 47.07 प्रतिशत और शेष 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी एसपीएनआई के पास रहने की उम्मीद है.'
सौदे की शर्तों के मुताबिक विलय के बाद बनी कंपनी के बोर्ड में बहुसंख्यक सदस्य सोनी द्वारा नामित किए जाएंगे, जबकि गोयनका इसका नेतृत्व करेंगे.
इस सौदे से जी पर कुछ दबाव कम होगा, जबकि इससे सोनी को भारत में मीडिया कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी. संयुक्त इकाई के पास 70 से अधिक टीवी चैनल, दो वीडियो स्ट्रीमिंग सेवाएं (जी5 और सोनी लिव) और दो फिल्म स्टूडियो (जी स्टूडियो और सोनी पिक्चर्स फिल्म्स इंडिया) होंगे और यह देश का सबसे बड़ा मनोरंजन नेटवर्क होगा.
भारतीय बाजार में इसके निकटतम प्रतिस्पर्धी स्टार एंड डिज्नी हैं. जील ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को हुई उसकी बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से एसपीएनआई और कंपनी के विलय को सौद्धान्तिक मंजूरी दी गई. विलय के बाद बनी कंपनी भारत में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध होगी.
इसके अलावा सौदे की शर्तों के तहत प्रवर्तक सुभाष चंद्रा परिवार अपनी हिस्सेदारी को मौजूदा चार प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक कर सकता है. चंद्रा ने कर्ज चुकाने के लिए जी में अपनी हिस्सेदारी बेची थी. जील के अध्यक्ष आर गोपालन ने कहा कि नियामक दिशानिर्देशों के मुताबिक इस प्रस्ताव पर जील के शेयरधारकों की सहमति ली जाएगी.