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Vijayadashami 2023 : आज रावण के दुर्गुणों को जलाइए, लेकिन मायने रखती हैं उस महाज्ञानी की ये बातें - vijaydashami

Vijayadashami : विजयादशमी के दिन भगवान राम ने रावण के अत्याचारों से इस संसार को मुक्त कराया था. परम ज्ञानी और परम शिव भक्त रावण में कुछ अच्छाइयां भी थी. आइए जानते हैं... Ravana , dussehra , vijayadashami , dussehra 2023 , Rashifal , Aaj ka Rashifal , dasara 2023 , Ravan .

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रावण
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 24, 2023, 10:35 AM IST

Updated : Oct 27, 2023, 7:57 AM IST

हैदराबाद : आज पूरे विश्व में विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. जन-सामान्य व लोकपरंपराओं में विजयादशमी अर्थात दशहरा से जुड़ी कई मान्यताएं हैं. जैसा कि हम जानते हैं की Vijayadashami बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन भगवान राम ने Ravana के अन्याय और अत्याचार से इस संसार को मुक्त कराया था.

रावण से जुड़ी कई लोक कथाएं और मान्यताएं प्रचलित है जिनमें से एक है कि वह राक्षसों का राजा और अत्याचारी था. लेकिन इसके साथ ही उसमें कुछ अच्छाइयां भी थी जैसे कि वह परम ज्ञानी और परम शिव भक्त था. आज भी रावण के द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत के बिना भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है, उसके ज्ञानी होने का यह सबसे बड़ा प्रमाण है. स्वयं Lord Sri Ram और Hanuman जी रावण के गुणों से प्रभावित थे.

Ravana , dussehra , vijayadashami , dussehra 2023 , Rashifal , Aaj ka Rashifal , dasara 2023 , Ravan .
रावण की प्रतिमा, मंदसौर

ज्ञानार्जन के लिए प्रयास करना
रावण जन्मजात ही कुशाग्र बुद्धि एवं ज्ञानी प्रवृत्ति का आदमी व्यक्ति था. उसके पिता और दादा ऋषिकुल से थे इस कारण उसे बचपन से ही वेद,पुराण और उपनिषदों का ज्ञान मिला. जिस कारण वह अत्यंत ही कुशाग्र बुद्धि का था. उसने अपने जीवन काल में कई रचनाएं की. मान्यताओं के अनुसार उसने ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी पुस्तक रावण संहिता की रचना की. इसके साथ ही इंद्रजाल, कुमार तंत्र, प्राकृत लंकेश्वर, अंक प्रकाश, प्राकृत कामधेनु, नाड़ी परीक्षा, रावणीयम, ऋग्वेद भाष्य आदि रचनाएं की.

  • देशभर के मेरे परिवारजनों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पावन पर्व नकारात्मक शक्तियों के अंत के साथ ही जीवन में अच्छाई को अपनाने का संदेश लेकर आता है।

    Wishing you all a Happy Vijaya Dashami!

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें-

रावण से प्रेम : जानिए, कहां दशहरे पर नहीं किया जाता पुतला दहन

राजनीति का ज्ञाता रावण
जब रावण अंतिम सांस ले रहा था, तब भगवान राम ने लक्ष्मण को रावण के पास कुछ ज्ञान की बातें सीखने के लिए भेजा. जब लक्ष्मण रावण के पास पहुंचे, तो रावण ने लक्ष्मण को बोला कि जब भी किसी के पास ज्ञानके लिए जाओ तो उसके पैरों के पास बैठो, ना कि उसके सिर के पास.

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रावण की प्रतिमा, मंदसौर

अपने लक्ष्य के लिए समर्पित होना
रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जी जान एक कर दिया पूरी की जान लगा दी और रात दिन एक कर दिया भगवान को प्रसन्न करने के लिए उसने शिव तांडव स्त्रोत जैसा महान स्रोत रचा और उनको प्रसन्न करने के लिए कैलाश पर्वत तक को उठा दिया

हमेशा हौसला बुलंद रखना
राम-रावण युद्ध के दौरान रावण ने अपने भाई और पुत्रों तक को खो दिया, फिर भी वह अपने लक्ष्य से डिगा नहीं और बुलंद हौसलों के साथ युद्ध में उतरा.

रिश्तों को महत्व देना
रावण ने हमेशा अपने रिश्तों को महत्व दिया. बहन के अपमान का बदला लेने के लिए परिणाम को जानते हुए भी रावण ने भगवान श्री राम से युद्ध किया.

अपने राज किसी को भी ना बताएं
रावण के द्वारा दी गई है जो यह सबसे बड़ी सीख है कि कोई भी कितना भी विश्वास पात्र क्यों ना हो उसे अपने राज कभी भी ना बताएं.

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अच्छा शासक
रावण एक महान शासक था उसने अपने कुल और अपनी राक्षस जाति को संगठित कर उनके लिए सर्व सुविधा संपन्न राज्य की स्थापना की और सभी को नियम अनुसार चलने और नियमों का पालन करने की सीख दी जिससे उसके राज्य में उसकी जनता और सर्व सुख से संपन्न थी. Ravana , dussehra , vijayadashami , dussehra 2023 , Rashifal , Aaj ka Rashifal , dasara 2023 , Ravan .

हैदराबाद : आज पूरे विश्व में विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. जन-सामान्य व लोकपरंपराओं में विजयादशमी अर्थात दशहरा से जुड़ी कई मान्यताएं हैं. जैसा कि हम जानते हैं की Vijayadashami बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन भगवान राम ने Ravana के अन्याय और अत्याचार से इस संसार को मुक्त कराया था.

रावण से जुड़ी कई लोक कथाएं और मान्यताएं प्रचलित है जिनमें से एक है कि वह राक्षसों का राजा और अत्याचारी था. लेकिन इसके साथ ही उसमें कुछ अच्छाइयां भी थी जैसे कि वह परम ज्ञानी और परम शिव भक्त था. आज भी रावण के द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत के बिना भगवान शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है, उसके ज्ञानी होने का यह सबसे बड़ा प्रमाण है. स्वयं Lord Sri Ram और Hanuman जी रावण के गुणों से प्रभावित थे.

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रावण की प्रतिमा, मंदसौर

ज्ञानार्जन के लिए प्रयास करना
रावण जन्मजात ही कुशाग्र बुद्धि एवं ज्ञानी प्रवृत्ति का आदमी व्यक्ति था. उसके पिता और दादा ऋषिकुल से थे इस कारण उसे बचपन से ही वेद,पुराण और उपनिषदों का ज्ञान मिला. जिस कारण वह अत्यंत ही कुशाग्र बुद्धि का था. उसने अपने जीवन काल में कई रचनाएं की. मान्यताओं के अनुसार उसने ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी पुस्तक रावण संहिता की रचना की. इसके साथ ही इंद्रजाल, कुमार तंत्र, प्राकृत लंकेश्वर, अंक प्रकाश, प्राकृत कामधेनु, नाड़ी परीक्षा, रावणीयम, ऋग्वेद भाष्य आदि रचनाएं की.

  • देशभर के मेरे परिवारजनों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पावन पर्व नकारात्मक शक्तियों के अंत के साथ ही जीवन में अच्छाई को अपनाने का संदेश लेकर आता है।

    Wishing you all a Happy Vijaya Dashami!

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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राजनीति का ज्ञाता रावण
जब रावण अंतिम सांस ले रहा था, तब भगवान राम ने लक्ष्मण को रावण के पास कुछ ज्ञान की बातें सीखने के लिए भेजा. जब लक्ष्मण रावण के पास पहुंचे, तो रावण ने लक्ष्मण को बोला कि जब भी किसी के पास ज्ञानके लिए जाओ तो उसके पैरों के पास बैठो, ना कि उसके सिर के पास.

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रावण की प्रतिमा, मंदसौर

अपने लक्ष्य के लिए समर्पित होना
रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जी जान एक कर दिया पूरी की जान लगा दी और रात दिन एक कर दिया भगवान को प्रसन्न करने के लिए उसने शिव तांडव स्त्रोत जैसा महान स्रोत रचा और उनको प्रसन्न करने के लिए कैलाश पर्वत तक को उठा दिया

हमेशा हौसला बुलंद रखना
राम-रावण युद्ध के दौरान रावण ने अपने भाई और पुत्रों तक को खो दिया, फिर भी वह अपने लक्ष्य से डिगा नहीं और बुलंद हौसलों के साथ युद्ध में उतरा.

रिश्तों को महत्व देना
रावण ने हमेशा अपने रिश्तों को महत्व दिया. बहन के अपमान का बदला लेने के लिए परिणाम को जानते हुए भी रावण ने भगवान श्री राम से युद्ध किया.

अपने राज किसी को भी ना बताएं
रावण के द्वारा दी गई है जो यह सबसे बड़ी सीख है कि कोई भी कितना भी विश्वास पात्र क्यों ना हो उसे अपने राज कभी भी ना बताएं.

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अच्छा शासक
रावण एक महान शासक था उसने अपने कुल और अपनी राक्षस जाति को संगठित कर उनके लिए सर्व सुविधा संपन्न राज्य की स्थापना की और सभी को नियम अनुसार चलने और नियमों का पालन करने की सीख दी जिससे उसके राज्य में उसकी जनता और सर्व सुख से संपन्न थी. Ravana , dussehra , vijayadashami , dussehra 2023 , Rashifal , Aaj ka Rashifal , dasara 2023 , Ravan .

Last Updated : Oct 27, 2023, 7:57 AM IST
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