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टीकाकरण : प्रत्येक कस्बे के लिए अलग-अलग रणनीति बनाएं- पीएम मोदी

पीएम मोदी झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और अन्य राज्यों में कम टीकाकरण कवरेज वाले जिलों के 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.

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Published : Nov 3, 2021, 1:03 PM IST

Updated : Nov 3, 2021, 2:21 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विभिन्न राज्यों के 40 से अधिक जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और अन्य राज्यों के जिलाधिकारियों ने बैठक में भाग लिया.

इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है. कोरोना से देश की लड़ाई में एक खास बात ये भी रही कि हमने नए-नए समाधान खोजे, Innovative तरीके आजमाए. आपको भी अपने जिलों में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए नए Innovative तरीकों पर और ज्यादा काम करना होगा.

अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए. आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा कर सकते हैं. जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक Healthy Competition हो, इसका भी प्रयास कर सकते हैं.

उन्होंने कहा, अभी कुछ दिन पहले मेरी वेटिकन में पोप फ्रांसिस जी से भी मुलाकात हुई थी. वैक्सीन पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा. अभी तक आप सभी ने लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और वहां सुरक्षित टीकाकरण के लिए प्रबंध किए. अब हर घर टीका, घर-घर टीका, इस जज्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है.

हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज़ के साथ-साथ आप सभी को दूसरी डोज़ पर भी उतना ही ध्यान देना होगा. क्योंकि जब भी संक्रमण के केस कम होने लगते हैं, तो कई बार Urgency वाली भावना कम हो जाती है. लोगों को लगने लगता है कि, इतनी भी क्या जल्दी है, लगा लेंगे. सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत हम एक दिन में करीब-करीब ढाई करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर दिखा चुके हैं. ये दिखाता है कि हमारी कैपेबिलिटी क्या है, हमारा सामर्थ्य क्या है.

इससे पहले पीएमओ ने कहा, 'जी-20 और सीओपी-26 शिखर सम्मेलनों में शामिल होने के बाद भारत लौटते ही प्रधानमंत्री तीन नवंबर को टीकाकरण की कम दर वाले जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में उन जिलों को शामिल किया है, जहां वैक्सीन की पहली खुराक देने की दर 50 प्रतिशत से कम और दूसरी खुराक देने की दर बहुत कम है.'

पढ़ें :- पीएम मोदी का पांच दिवसीय यूरोप दौरा खत्म, लौटे दिल्ली

देश में 13 राज्यों के 48 जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना टीकाकरण की पहली डोज 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना टीकाकरण में जो जिले पीछे छूट गए हैं, उनमें दिल्ली के उत्तरी पश्चिमी जिले में 48.2 प्रतिशत, हरियाणा के नूह में 23.5 प्रतिशत, बिहार के अररिया में 49.6 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में 47.5 प्रतिशत को ही पहली डोज लग पाई है. साथ ही झारखंड के नौ जिले पाकुड़, साहेबगंज, गढ़वा, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, लातेहार, गोड्डा और गुमला में भी 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण हुआ है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विभिन्न राज्यों के 40 से अधिक जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय और अन्य राज्यों के जिलाधिकारियों ने बैठक में भाग लिया.

इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है. कोरोना से देश की लड़ाई में एक खास बात ये भी रही कि हमने नए-नए समाधान खोजे, Innovative तरीके आजमाए. आपको भी अपने जिलों में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए नए Innovative तरीकों पर और ज्यादा काम करना होगा.

अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए. आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा कर सकते हैं. जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक Healthy Competition हो, इसका भी प्रयास कर सकते हैं.

उन्होंने कहा, अभी कुछ दिन पहले मेरी वेटिकन में पोप फ्रांसिस जी से भी मुलाकात हुई थी. वैक्सीन पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा. अभी तक आप सभी ने लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और वहां सुरक्षित टीकाकरण के लिए प्रबंध किए. अब हर घर टीका, घर-घर टीका, इस जज्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है.

हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज़ के साथ-साथ आप सभी को दूसरी डोज़ पर भी उतना ही ध्यान देना होगा. क्योंकि जब भी संक्रमण के केस कम होने लगते हैं, तो कई बार Urgency वाली भावना कम हो जाती है. लोगों को लगने लगता है कि, इतनी भी क्या जल्दी है, लगा लेंगे. सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत हम एक दिन में करीब-करीब ढाई करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर दिखा चुके हैं. ये दिखाता है कि हमारी कैपेबिलिटी क्या है, हमारा सामर्थ्य क्या है.

इससे पहले पीएमओ ने कहा, 'जी-20 और सीओपी-26 शिखर सम्मेलनों में शामिल होने के बाद भारत लौटते ही प्रधानमंत्री तीन नवंबर को टीकाकरण की कम दर वाले जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में उन जिलों को शामिल किया है, जहां वैक्सीन की पहली खुराक देने की दर 50 प्रतिशत से कम और दूसरी खुराक देने की दर बहुत कम है.'

पढ़ें :- पीएम मोदी का पांच दिवसीय यूरोप दौरा खत्म, लौटे दिल्ली

देश में 13 राज्यों के 48 जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना टीकाकरण की पहली डोज 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना टीकाकरण में जो जिले पीछे छूट गए हैं, उनमें दिल्ली के उत्तरी पश्चिमी जिले में 48.2 प्रतिशत, हरियाणा के नूह में 23.5 प्रतिशत, बिहार के अररिया में 49.6 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में 47.5 प्रतिशत को ही पहली डोज लग पाई है. साथ ही झारखंड के नौ जिले पाकुड़, साहेबगंज, गढ़वा, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, लातेहार, गोड्डा और गुमला में भी 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण हुआ है.

Last Updated : Nov 3, 2021, 2:21 PM IST
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