पणजी: गोवा विधान सभा चुनाव 2022 (Goa assembly election 2022) में इस बार पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उनकी लंबे समय से बीजेपी संग तनातनी चल रही थी और अब गोवा की पणजी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
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I will be contesting as an Independent candidate from Panaji constituency: Utpal Parrikar, son of late former CM Manohar Parrikar#GoaElections pic.twitter.com/FsBomEeRwk
— ANI (@ANI) January 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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गोवा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रदेश प्रभारी बनाए गए देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सिर्फ पर्रिकर के पुत्र होने के कारण किसी को भाजपा टिकट देगी, इस बात की कोई गारंटी नहीं (Utpal Parrikar goa election ticket) है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भरोसा जताया है कि उत्पल पर्रिकर के साथ भाजपा मुद्दे को जल्द सुलझा लेगी. उत्पल पर्रिकर ने भाजपा से सवाल किया है कि पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं?
पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस संग उत्पल पर्रिकर के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी था. इसी का नतीजा हुआ कि बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में उत्पल को अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया और अब वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उत्पल पर्रिकर अपने पिता के द्वारा पोषित पणजी सीट से अपना राजनीतिक सफर शुरू करना चाहते हैंं.
दरअसल, पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर का 17 मई, 2019 को निधन हो गया था. उनके निधन के बाद गोवा भाजपा में नेतृत्व को लेकर कई कयास लगाए गए, लेकिन प्रमोद सावंत के सीएम बनने के बाद अटकलों और तनातनी पर एक तरीके से विराम लग गया.
फडणवीस के बयान
बता दें कि फडणवीस ने जनवरी 16 को कहा था कि पार्टी 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती क्योंकि वह एक नेता का बेटा है. उनकी टिप्पणी को उत्पल पर्रिकर के संदर्भ में देखा गया. उत्पल पणजी विधानसभा सीट से पार्टी का टिकट पाने के लिए प्रयासरत थे. फडणवीस ने स्वीकार किया था कि दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर ने गोवा में बीजेपी को स्थापित करने के लिए काफी काम किया. लेकिन सिर्फ इसलिए कि आप मनोहर पर्रिकर के या किसी के बेटे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको बीजेपी का टिकट मिल जाएगा. उन्होंने कहा, अगर भाजपा के लिए किए गए काम दिखाए तभी भाजपा टिकट के बारे में सोचेगी. इस बारे में कोई फैसला मैं अकले नहीं संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा.
उत्पल पर्रिकर के जवाब
फडणवीस के बयान के बाद उत्पल ने कहा, 'मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और देवेंद्र फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेता ने जो कहा है उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता. लेकिन, अगर मैं सिर्फ इसलिए टिकट मांगना चाहता हूं कि मैं (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर का बेटा हूं, तो मैंने आखिरी बार (पर्रिकर के निधन के बाद उपचुनाव के दौरान) इसकी मांग की होगी.'