मल्लापुरम: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केरल के नीलांबुर से निर्दलीय विधायक पीवी अनवर को हाथी के हमले में एक आदिवासी व्यक्ति की मौत के विरोध में जिला वन विभाग में कथित रूप से तोड़फोड़ करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया गया. उन्हें दालत ने तवनूर जेल भेज दिया है.
अनवर ने केरल सरकार और वन विभाग की भी आलोचना की थी, उन्होंने आरोप लगाया था कि मानव-पशु संघर्ष को संबोधित करने में वन्यजीव कर्मियों की लापरवाही के कारण शनिवार को मणि नामक आदिवासी व्यक्ति की मौत हो गई.
अनवर ने दावा किया कि वन मंत्री ने क्षेत्र का दौरा नहीं किया और न ही पीड़ित परिवार को सांत्वना देने की कोशिश की. उन्होंने अधिकारियों पर जानबूझकर पोस्टमार्टम प्रक्रिया में देरी करने का आरोप भी लगाया. विधायक ने कहा कि एक व्यक्ति की जान चली गई है. और भी लोगों की जान खतरे में है. वन विभाग द्वारा कोई प्रभावी हस्तक्षेप या जांच नहीं की जा रही है. स्वाभाविक रूप से, विरोध प्रदर्शन होंगे.
अनवर की ओर से स्थापित सामाजिक सामूहिक संगठन डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल (डीएमके) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को जिला वन विभाग के सामने विरोध प्रदर्शन किया. उनमें से दस ने कथित तौर पर कार्यालय में जबरन घुसकर कमरे में तोड़फोड़ भी की. नीलांबुर पुलिस ने अनवर और 10 अन्य कार्यकर्ताओं को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया.
हाथी का हमला: शनिवार शाम को, चोलनायकन समुदाय के 37 वर्षीय मणि को छह अन्य लोगों के साथ करुलाई वन क्षेत्र में पूचप्पारा बस्ती से गुजरते समय एक जंगली हाथी ने कुचल दिया. समूह शाम 6:45 बजे मणि के बच्चों को आदिवासी छात्रावास में छोड़ने के बाद अपने गांव लौट रहा था. दो बुजुर्ग, 18-19 वर्ष की आयु के तीन युवा और मणि का पांच वर्षीय बच्चा बिना किसी चोट के भागने में सफल रहे. हालांकि, मणि को नीलांबुर के एक सरकारी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया.
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